विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस तिथि पर शुक्रवार तड़के भस्म आरती के दौरान सुबह चार बजे मंदिर के पट खोले गए। गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया।
कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट धारण करवाया गया। आज के शृंगार की विशेष बात यह रही कि आषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस के संयोग पर भस्म आरती में बाबा महाकाल के शिवलिंग पर सर्प की आकृति निर्मित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। इससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में छिंदवाड़ा के आदित्य चौधरी ने भगवान श्री महाकालेश्वर जी को एक नग चांदी का छत्र भेंट किया गया। इनका कुल वजन 998.600 ग्राम है।* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
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