पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन समिति ने 14 जुलाई को श्रीमंदिर रत्नभंडार खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। साथ ही सरकार से सर्वसम्मति से 14 जुलाई को रत्नभंडार खोलने की अनुमति मांगी गई है। समिति ने इस संबंध में राज्य सरकार को पत्र लिखा है। वहीं, रत्न भंडार खोलने की प्रक्रिया और अलग-अलग तरीकों से आभूषणों की गिनती और निष्पादन के लिए दो प्रस्तावित एसओपी मंदिर प्रबंधन समिति को सौंपे गए हैं। समिति ने आवश्यक संशोधनों के साथ इसे राज्य सरकार की मंजूरी के लिए भेज दिया है।
नवगठित रत्नभंडार निरीक्षण समिति की अनुशंसा पर गजपति महाराजा दिव्यसिंह देव की देखरेख में मंदिर प्रबंधन समिति की एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई। इसमें रत्नभंडार निरीक्षण समिति द्वारा दिए गए विवरण और रत्नभंडार खोलने की प्रक्रिया पर चर्चा की गई।
उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति रथ की देखरेख में रत्नभंडार निरीक्षण समिति की दो बार बैठकें हो चुकी हैं। समिति ने 14 जुलाई को रत्न भंडार खोलने का निर्णय लिया। यह भी निर्णय लिया गया कि यदि रत्न भंडार का ताला नहीं खोला गया तो उसे तोड़ दिया जायेगा।
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