शारदीय नवरात्र मेले के पहले दिन मंगला आरती श्रृंगार के बाद
मां विंध्यवासिनी का दरबार आम भक्तों के लिए खोल दिया गया। अब भक्तों के लिए मां के दरवाजे 24 घंटे खुले रहेंगे। विंध्यधाम पहुंचे श्रद्धालुओं ने सबसे पहले गंगा में स्नान किया और उसके बाद विंध्यधाम की गलियों में सजी प्रसाद की दुकानों से माला-फूल का प्रसाद लिया और जय माता दी के जयकारों के साथ मां विंध्यवासिनी की पूजा-अर्चना की।
चारों पहर की आरती के दौरान पट बंद रहेंगे
नवरात्रि के दौरान मां विंध्यवासिनी मंदिर के कपाट नौ दिनों तक 24 घंटे खुले रहते हैं। देवी मां की चारों प्रहर की आरती के बाद केवल एक घंटे के लिए दरवाजा बंद किया जाता है। आरती के बाद मंदिर के दरवाजे आम भक्तों के दर्शन-पूजन के लिए दोबारा खोल दिए जाते हैं। श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि नवरात्र के दौरान चारों प्रहर की आरती के लिए देवी मां का पट सिर्फ एक घंटे के लिए बंद रहेगा।
नवरात्र के दौरान वाराणसी से विंध्याचल तक 80 रोडवेज बसें चलाई गई हैं। इसमें वाराणसी और मीरजापुर की बसें शामिल हैं। सुबह तीन बजे से बसें मिलनी शुरू हो जाएंगी।* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
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