भव्य राम मंदिर में विराजमान रामलला को नियमित रूप से आकर्षक फूलों की माला पहनाई जाती है। ये मालाएं प्रतिदिन बनती हैं और दिल्ली से आती हैं।
सुबह साढ़े चार बजे अर्चक भगवान को जगाते हैं। इसके बाद सरयू जल से उनका अभिषेक किया जाता है। विशेष पूजा के बाद संपूर्ण श्रृंगार किया जाता है। वस्त्रों के बाद रामलला को गहनों से सजाया जाता है।
रामलला को कमल, गुलाब आदि फूलों की माला अर्पित की जाती है। कभी-कभी काजू-किशमिश की माला भी आराध्या को पहनाई जाती थी। तुलसीदल के अलावा रामलला इलायची का हार भी पहनते हैं।
नियमित रूप से जब भगवान सोते हैं तो उनके आभूषण उतार दिए जाते हैं। रोजाना लाखों लोग उनके दर्शन और पूजन कर रहे हैं।
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