द्वारका: भगवान कृष्ण मंदिर का पुनर्निर्माण 108 फीट ऊंची कृष्ण प्रतिमा स्थापित की जाएगी (Dwarka: Bhagwan Krishna temple rebuilt 108 feet tall Krishna statue to be installed)

भगवान कृष्ण का पवित्र स्थान द्वारका धार्मिक पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने की राह पर है। हाल ही में सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से इस क्षेत्र को नया स्वरूप मिला है, जो सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए गौरव और प्रेरणा का स्रोत बन रहा है।बेट द्वारका, द्वारका से 35 किमी दूर स्थित एक द्वीप, भगवान कृष्ण का निवास स्थान था। यहां स्थित भगवान द्वारकाधीश का मंदिर और सुदर्शन भगवान कृष्ण का महल हिंदुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैं।

केंद्र सरकार इसे पश्चिमी भारत का सबसे बड़ा आध्यात्मिक केंद्र बनाने जा रही है। गुजरात के सबसे बड़े धार्मिक प्रोजेक्ट से न सिर्फ द्वारका की सूरत बदलेगी, बल्कि शिवराजपुर समुद्री क्षेत्र का भी विकास होगा। द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर से लेकर बेट द्वारका और ज्योतिर्लिंग नागेश्वर तक सभी मंदिर जुड़ेंगे। इनमें द्वारकाधीश मंदिर, रुक्मिणी-बलराम मंदिर, सांवलियाजी मंदिर, गोवर्धननाथ मंदिर, महाप्रभु बैठक, वासुदेव, हनुमान मंदिर और नारायण मंदिर शामिल हैं।
Dwarka: Bhagwan Krishna temple rebuilt 108 feet tall Krishna statue to be installed - Read in English
Dwarka, the sacred place of Bhagwan Krishna, is on its way to becoming an important center for religious tourism.
News Bhagwan Krishna NewsSomnath NewsDwarka NewsBhagwan Dwarkadhish NewsTemples In Gujarat NewsSri Krishna NewsCorridor In Dwarka News
अगर आपको यह हिंदी न्यूज़ पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहला दीपोत्सव 28 से 31 अक्टूबर तक चलेगा

अयोध्या में आगामी दीपोत्सव वास्तव में शानदार और ऐतिहासिक लगता है! 28 से 31 अक्टूबर तक राम की पैड़ी और नया घाट समेत विभिन्न घाटों पर 25 लाख से अधिक दीपों से शहर को रोशन किया जाएगा।

बाबा महाकाल भस्म आरती में श्री गणेश स्वरूप में दिए दर्शन

श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल आज भाद्रपद शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि बुधवार पर भक्तों को दर्शन देने के लिए श्री गणेश स्वरूप में श्रृंगार किया गया।

काशी में स्वर्णमयी महादुर्गा के दर्शन

आदिशक्ति महादुर्गा का स्वर्णिम स्वरूप भक्तों के लिए आनंददायक है। भक्तों ने दुर्गाकुंड में विराजमान मां कुष्मांडा के स्वर्णिम स्वरूप के दर्शन किये।

काशी विश्वनाथ धाम: अब षष्ठी तक विश्वनाथ धाम में दर्शन देंगे लड्डू गोपाल

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पहली बार लड्डू गोपाल और बाबा विश्वनाथ ने एक साथ भक्तों को दर्शन दिए। यह क्रम अब षष्ठी तक चलेगा।

भस्म आरती में भगवान गणेश के स्वरूप में सजे श्री महाकालेश्वर

भाद्रपद कृष्ण पक्ष की दशमी पर आज बुधवार को सुबह 3 बजे विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रीगणेश स्वरूप में शृंगार किया गया।