गंगा दशहरा के अबसर पर बांकेबिहारी मंदिर में हुए आराध्य के विशेष दर्शन। आराध्य बांकेबिहारी का दिव्य फूल बंगला सजाया गया। दशहरे पर सेवकों ने भगवान को भोग के रूप में विशेष ठंडाई और शर्बत के साथ तरबूज भी चढ़ाया।
गर्मी के दिनों में ठाकुरजी को राहत देने के लिए चार माह तक फूल बंगले सजाए जा रहे हैं। आराध्य बांकेबिहारी हर दिन नए अंदाज में बने दिव्य फूल बंगले में विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। गंगा दशहरा पर आराध्या के फूल बंगले को और भी दिव्य बनाने के लिए आर्किड फूलों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया।
गंगा दशहरा पर ठाकुर राधासनेह बिहारी मंदिर में बांग्ला भाषा में पतंग उड़ाई गई। ऐसा माना जाता है कि गंगा दशहरा पर जब वृन्दावन में पतंग उड़ाने की प्रथा प्राचीन है, तब आराध्या भी पतंग उड़ाकर भक्तों को दर्शन दे रही थीं।
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