बाबा नीब करौरी के देश व दुनिया में फैले भक्तों के लिए अच्छी खबर है। भवाली-ज्योलीकोट मार्ग स्थित भूमियांधार में बाबा की कुटिया का अब कायाकल्प होगा।
कैंची धाम की तरह इसे भी धार्मिक पर्यटन से जोड़कर सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। भक्तों के ठहरने की व्यवस्था के साथ ही पार्किंग का निर्माण होगा। योजना से ग्रामीणों को जोड़ते हुए होम स्टे की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी।
कौन है बाबा नीब करौरी?
बाबा नीब करौरी ने अपने जीवनकाल में 108 हनुमान मंदिरों का निर्माण कराया। सबसे पहले बाबा ने
हनुमान गढ़ी में बजरंगबली मंदिर की नींव रखी। इसी क्रम में उन्होंने भूमियांधार में सड़क किनारे हनुमान जी के एक मंदिर का निर्माण कराया। यहां वह भक्तों को अक्सर साधना में लीन मिलते, कैंची धाम की तरह यहां से भी भक्तों का विशेष लगाव है।
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