आज अन्नकूट महोत्सव के साथ धनतेरस पर खुलने वाले स्वर्णिम अन्नपूर्णा मंदिर के दरवाजे अगले साल धनतेरस तक भक्तों के लिए बंद रहेंगे। मंगलवार को अन्नकूट की झांकी सजाई गई। इसे देखने और
अन्नकूट का प्रसाद चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। शहर भर के मंदिरों में एक लाख किलो से अधिक अन्नकूट का भोग लगाया जा रहा है। मंदिरों में लड्डुओं के पर्वत के साथ-साथ 56 प्रकार के प्रसाद भी चढ़ाए जाएंगे। गर्भगृह को विशेष रूप से बेसन के लड्डुओं से सजाया गया है।
इसके बाद
बाबा विश्वनाथ, महामृत्युंजय, गोपाल मंदिर, मणि मंदिर, राम जानकी मंदिर, काल भैरव, दुर्गा मंदिर, बटुक भैरव, कालिका मंदिर, अक्षयवट हनुमान मंदिर, विशालाक्षी देवी समेत सभी छोटे-बड़े मंदिरों में अन्नकूट की झांकी सजायी गयी है।
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