वरदराज पेरुमल मंदिर को हस्तगिरि या पेरुमा कोइल या अट्टियूरन भी कहा जाता है जो की भारत के तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित है।
यह एक प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर है जो पूरी तरह से भगवान विष्णु को समर्पित है। कांचीपुरम मुख्य रूप से दो भाग हैं शिव कांची और विष्णु कांची, क्योंकि कांची में कई प्रसिद्ध शिव मंदिर और विष्णु मंदिर हैं जो कामाक्षी मंदिर के चारों ओर बिराजमान हैं।
वरदराज पेरुमल मंदिर, कांचीपुरम में प्रमुख त्यौहार:
दुनिया भर से भगवान विष्णु के भक्त विशेष रूप से 10-दिवसीय वैकासी ब्रह्मोत्सवम, पुरत्तसी नवरात्रि और
बैकुंठ एकादशी के दौरान विष्णु कांची में आते हैं। वैगासी (मई/जून) में भ्रमोत्सव के दौरान, हजारों लोग मंदिर में आते हैं और गरुड़ वाहनम और थेर थिरुविला, रथ जुलूस में भाग लेते हैं।
अथि वरदार महोत्सव: वसंत मंतपम, जहां हर 40 साल के बाद 48 दिनों के लिए अथि वरदार की पूजा की जाती है। पहले 24 दिनों में अतिथि वरदार की पूजा शयन मुद्रा में की जाती है, उसके बाद अगले 24 दिनों में खड़ी स्थिति में की जाती है।
यह उत्सव आखिरी बार 2019 में 1 जुलाई से 17 अगस्त तक आयोजित किया गया था। अगला अथि वरदार उत्सव 2059 में आयोजित किया जाएगा।
वरदराज पेरुमल मंदिर, कांचीपुरम दर्शन का समय:
वरदराज पेरुमल मंदिर सप्ताह में सातों दिन खुलता है। भक्त सुबह 6 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और दोपहर 3:30 बजे से रात 8:30 बजे तक दर्शन कर सकते हैं।
वरदराज पेरुमल मंदिर, कांचीपुरम कैसे पहुंचें
कांचीपुरम शहर सड़क मार्ग, रेलवे और वायुमार्ग द्वारा अन्य शहरों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। नाथापेट्टई रेलवे स्टेशन; वरदराज पेरुमल मंदिर, कांचीपुरम तक पहुंचने के लिए पुराना कांचीपुरम रेलवे स्टेशन निकटतम है।
प्रचलित नाम: Varadaraja Perumal Temple, Hastagiri, Peruma Koil, Attiyoran, Kanchipuram, Bhagwan Vishnu
बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, सीसीटीवी सुरक्षा, जूता स्टोर, पार्किंग स्थल