तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से 55 किलोमीटर दूर, बंगाल की खाड़ी के तट पर ही स्थित है एक छोटा सा शहर महाबलिपुरम।
महाबलिपुरम के सामुद्रीय तट पर स्थित है यह द्रविड वास्तुकला निर्मित
शाॅर टेंपल। बंगाल की खाड़ी के तट पर ही स्थित होने के कारण इसका नाम शाॅर टेंपल है, जिसे हिन्दी मे
तटीय मन्दिर के नाम से बुलाया जा सकता है।
निर्माण के समय मंदिर मुख्य रूप से भगवान शिव एवं उनकी पत्नी माता पार्वती को समर्पित था। मंदिर का निर्माण 700 से 728 बीच पल्लव राजवंश के राजा नरसिंहवर्मन् द्वितीय के द्वारा कराया गया था।
आज के समय मे
मंदिर मे पूजा नहीं की जाती है। मंदिर परिसर में एक बड़ा तथा अन्य दो छोटे मंदिर भी हैं। मंदिर को सन 1984 से यूनेस्को विश्व धरोहर के रूप मे स्थापित कर दिया गया है।
चेन्नई के पास होने के कारण सप्ताह के अंत मे आने वाली छुट्टियों मे यहाँ आम तौर पर पर्यटकों की संख्या अधिक होती है। इस मंदिर परिसर मे जाने का
सबसे उत्तम समय सूर्यास्त के दौरान रहता है। समुद्र किनारे होने के कारण यह द्रश्य और भी मनोरम होता है।
मंदिर परिसर मे प्रवेश हेतु साधारण मूल्य की टिकिट का प्रावधान रखा गया है। आप
कृष्णा बटर बॉल काउंटर पर ली हुई टिकिट से ही यहाँ घूम सकते हैं, और यहाँ की टिकिट से कृष्णा बटर बॉल जा सकते हैं।
प्रचलित नाम: शोर मंदिर, तटीय मन्दिर, तटवर्तीय मन्दिर
बुनियादी सेवाएं
Washrooms, Sitting Benches, Office, Paid Parking, Shops, Paid Guides