प्राचीन श्री हनुमान मंदिर - Prachin Shri Hanuman Mandir
🔖 बारें में | 🕖 समय
| ♡ मुख्य आकर्षण | 📷 फोटो प्रदर्शनी | ✈ कैसे पहुचें | 🌍 गूगल मेप | 🖋 आपके विचार
मुख्य आकर्षण - Key Highlights |
◉ वसुंधरा का सबसे प्रसिद्ध हनुमान मंदिर। |
◉ मंदिर द्वारा रामलीला समिति की स्थापना। |
आज से लगभग 40-50 वर्ष पुराना वसुंधरा सेक्टर 16 का यह
संकट मोचन प्राचीन श्री हनुमान मंदिर, सिंदूरी श्री हनुमान विग्रह को आधार मानकर स्थापित किया गया है।
संकट मोचन प्राचीन श्री हनुमान मंदिर धार्मिक रामलीला समिति, वसुंधरा मे होने वाली राम लीला का विधि-विधान से मंचन करती है। मंदिर की विभिन्न धार्मिक आयोजनो में सुविधा हेतु बड़े हाल का निर्माण किया जा रहा है। मंदिर के 60-60 फीट ऊंचे चार शिखारों के दूर-दूर से भी दर्शन किए जा सकते हैं।
मंगलवार को मंदिर मे शाम 4-7 बजे तक मंगल कीर्तन, तथा रात्रि 8 से 10 तक 4-5 भंडारों का आयोजन किया जाता हैं। मंगलवार को भक्तों की अत्यधिक संख्या होने का कारण मंदिर रात्रि 11 बजे तक खुला रहता है।
प्रचलित नाम: संकट मोचन प्राचीन श्री हनुमान मंदिर
40-50 years before Sankat Mochan Prachin Shri Hanuman Mandir was established in Vasundhara Sector 16. Sinduriya Shri Hanuman is the base vigraha of this temple. जानकारियां - Information
दर्शन समय
4:30 - 12:00 AM, 4:30 - 9:30 PM
धाम
Outer: Mata SheetalaMaa SantoshiMaa SarswatiShri GaneshShri Mangal DevShri Chandra DevShri Surya Devji
Inner Circle: Shivling with GanGauri ShankarSinduri Shri HanumanMaa BhagwatiShri Ram PariwarShri Radha KrishnaLaddu Gopal
Banana TreeMaa Tulsi
बुनियादी सेवाएं
Prasad, Power Backup, Water Cooler, Air Cooler, Shoe Store, Washrooms, Parking, CCTV Security, Sitting Benches, Music System
फोटोग्राफी
✓ हाँ जी (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)
कैसे पहुचें - How To Reach
पता 📧
Pocket A, Sector 16 Vasundhara Ghaziabad Uttar Pradesh
सड़क/मार्ग 🚗
Madan Mohan Malviya Marg >> Maharaja Agarsain Marg
रेलवे 🚉
Ghaziabad, Sahibabad
हवा मार्ग ✈
Indira Gandhi International Airport, New Delhi
निर्देशांक 🌐
28.655509°N, 77.358538°E
फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery
Sinduri Shri Hanuman Vigrah
Shiv Dham - Shivling with Gan And Shri Gauri Shankar