पंचवक्त्र मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक सर्वोच्च तीर्थ स्थल है, यह मंदिर हिमाचल के मंडी में स्थित है। पंचवक्त्र मंदिर जिसे पंचबख्तर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, ब्यास और सुकेती नदियों के संगम पर स्थित एक पवित्र हिंदू मंदिर है, यह सबसे पुराने मंदिरों में से एक है और मंडी में सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है।
पंचवक्त्र मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
पंचवक्त्र मंदिर, मंडी शहर में संरक्षित स्मारकों में से एक है, जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अंतर्गत आता है। पंचवक्त्र मंदिर पांच सिरों वाले भगवान शिव को समर्पित पूजनीय मंदिर है। विशिष्ट शिखर वास्तुकला शैली में निर्मित, मंदिर एक विशाल मंच पर खड़ा है और चार सूक्ष्म नक्काशीदार पत्थर के स्तंभों द्वारा समर्थित है।
मंदिर के अंदर, भगवान शिव की पांच मुखों वाली एक विशाल मूर्ति है, जो भगवान शिव के विभिन्न चरित्रों - अघोरा, ईशान, तत् पुरुष, वामदेव और रुद्र को दर्शाती है। पंचवक्त्र को इन सभी के मिलन के रूप में परिभाषित किया गया है। मंदिर एक विशाल मंच पर खड़ा है और बहुत अच्छी तरह से सुसज्जित है।
मंडी केवल हिमाचल प्रदेश का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल नहीं है, इसे अक्सर 'पहाड़ियों का वाराणसी', या 'छोटी काशी', या 'हिमाचल की काशी' कहा जाता है क्योंकि इस शहर में 81 मंदिर हैं। पंचवक्त्र मंदिर की नींव की तारीख अभी भी अज्ञात है, लेकिन सिद्ध सेन के शासनकाल (1684-1727) के शासनकाल में इसका जीर्णोद्धार किया गया था क्योंकि यह बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था।
पंचवक्त्र मंदिर दर्शन का समय:
पंचवक्त्र मंदिर दर्शन का समय सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक है।
यह मंदिर प्रतिवर्ष महा शिवरात्रि उत्सव के दौरान बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है।
पंचवक्त्र मंदिर तक कैसे पहुँचें?
पंचवक्त्र मंदिर मंडी शहर में स्थित है जो सड़क मार्ग द्वारा अन्य शहरों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। वर्तमान में निकटतम रेलवे स्टेशन जोगिंदरनगर रेलवे स्टेशन है जो शहर से लगभग 50 किमी दूर है। मंडी का निकटतम हवाई अड्डा कुल्लू हवाई अड्डा है जो मंडी से 74 किलोमीटर दूर है।
प्रचलित नाम: Panchvaktra Mandir, Panchbakhtar Mandir
बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, पूजा सामग्री, सीसीटीवी सुरक्षा