मौसी माँ मंदिर, माँ अर्धासिनी को समर्पित है, इसलिए इसे अर्धासिनी मंदिर भी कहा जाता है। भक्तों का मानना था कि देवी अर्धासिनी, कपालमोचन शिव के साथ मिलकर पुरी के संरक्षक के रूप में कार्य करतीं हैं। मौसी माँ मंदिर, जगन्नाथ मंदिर से गुंडिचा मंदिर तक ग्रैंड रोड के दाईं ओर स्थित है। मौसी माँ का ओड़िया/हिंदी भाषा में मतलब माँ की बहन या माँ के समान होता है।
श्री जगन्नाथ जी रथ यात्रा के समय श्री जगन्नाथ मंदिर, मौसी माँ मंदिर, गुण्डिचा मंदिर और ग्रांड रोड श्रद्धा के मुख्य आकर्षण होते हैं।
Mausi Maa Temple is dedicated to Maa Ardhasini, therefore also called as Ardhasini Temple. Devotees believed that Devi Ardhasini together with Kapalamochana Shiva, act as the guardians of Puri. जानकारियां - Information
दर्शन समय
6:30 AM - 10:00 PM
त्योहार
Mahasaptami,
Mahanavami,
Makar Sankranti,
Vasant Panchami,
Shivaratri,
Holi,
Ram Navami,
Akshay Trutiya,
Rukmani Vivah,
Jagannath Rathyatra,
Vaman Jayanti,
Guru Purnima,
Raksha Bandhan,
Randhan Chatth,
Janmashtami,
Ganeshotsav|Ganesh Chaturthi,
Navratri,
Vijya Dashmi,
valmiki jayanti|Sharad Poonam,
Diwali,
Tulsi Vivah | यह भी जानें: एकादशी
बुनियादी सेवाएं
Prasad, CCTV Security, Sitting Benches
देख-रेख संस्था
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन, पुरी
फोटोग्राफी
🚫 नहीं (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)
कैसे पहुचें - How To Reach
पता 📧
Grand Road Puri Odisha
सड़क/मार्ग 🚗
Jagannath Sadak / Puri-Konark Marine Drive >> Grand Road
रेलवे 🚉
Puri Railway Station
हवा मार्ग ✈
Biju Patnaik International Airport, Bhubaneswar