जायमई माता मंदिर - Jaimai Mata Mandir

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ मंदिर में माँ भगवती कला रूप में विराजमान हैं।
◉ गाँव की रक्षक देवी के रूप में विराजमान।
माता की कला के रूप में स्थापित जायमई वाली माता का प्रसिद्ध मंदिर, दिलीप महाराज द्वारा 1000 साल पुरानी सिद्ध माता को जाग्रत करने का शुभ कार्य किया। माँ की सिद्धपीठ होने के कारण भक्तगण अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर अपनी सुविधा एवं सामर्थ्य के अनुसार मंदिर पर झंडा / नेजा और चुनरी चढ़ाते है।

यहाँ माता जायमई गाँव की रक्षक देवी के रूप में विराजमान हैं। साल 2018 में ही मंदिर पर आकाशी विजली गिरने से मंदिर का शिखर क्षतिग्रस्त हो गया था। गाँव वासियों का मानना है कि माता रानी ने गाँव वासियों की रक्षा हेतु ही आकाशी विजली का वार खुद के उपर सहन कर लिया।
प्रचलित नाम: जयमैई वाली माता
Jaimai Mata Mandir - Read In English
The famous Jaimail Mata Mandir established in the form of Kala, Dilip Maharaj did an auspicious work to awaken the 1000 year old siddha shakti.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
4:00 AM - 12:00 PM, 3:00 - 8:00 PM
त्योहार
धाम
YagyashalaMaa TulsiPeepal TreeBanana TreeVat Vriksh
बुनियादी सेवाएं
Prasad, Drinking Water, Hand Pump, Solar Panel, Sitting Benches, Well, Garden
समर्पित
माता सती
फोटोग्राफी
हाँ जी (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)
नि:शुल्क प्रवेश
हाँ जी

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Jaimai Sirsaganj Uttar Pradesh
मेट्रो 🚇
सड़क/मार्ग 🚗
Agra - Lucknow Expressway >> Jaimai Main Road
रेलवे 🚉
Balrai, Jaswantnagar, Etawah
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
27.00939°N, 78.709729°E

फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery

जायमई माता मंदिर

जायमई माता मंदिर

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Updated: Jun 09, 2024 06:20 AM

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