मकरध्वज मंदिर - Makardhwaj Mandir

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ प्रथम श्री मकरध्वज और श्री हनुमान का एक साथ मंदिर।
◉ बिना किसी हथियार, आनंद मुद्रा पिता पुत्र विग्रह हैं।
◉ विजयदशमी और हनुमान जयंती सबसे प्रसिद्ध त्यौहार हैं।
◉ 24x7 श्री राम जय राम जय जय राम॥ मंत्र का जप।
मकरध्वज मंदिर (ગુજરાતી: મકાર્ધવજ મંદિર) पिता-पुत्र के आनंदपूर्ण मिलन का सर्वप्रथम मंदिर है। यह देवभूमि द्वारका जिले के अंतर्गत बेट द्वारका या शंखोधर द्वीप पर स्थित है। मंदिर के गर्भग्रह में प्रवेश करते ही आप पिता और पुत्र के दर्शन कर सकते हैं। स्थानीय भक्तों के बीच हनुमान दांडी, श्री मकरध्वज हनुमान मंदिर (શ્રી મકાર્ધવજ હનુમાન મંદિર) तथा श्री हनुमान दांडी संकीर्तन मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है।

श्री हनुमान जी आपके दाहिनी ओर और श्री मकरध्वज बाएं हाथ की ओर है। श्री मकरध्वज का पूर्ण रूप व जांघ के ऊपर हनुमानजी अर्ध रूप ही दिखता है। श्री मकरध्वज एक राक्षस को सहज रूप से अपने पैरों के नीचे दवाए हुए एवं श्री हनुमान आनंद मुद्रा मे प्रतीत होते हैं। इन दोनों के हाथ में कोई गदा नहीं है या कोई अन्य हथियार नहीं है।

गुजरात में खुशी तथा प्रसन्नता के भाव को व्यक्त करना दांडी कहा जाता है, अतः मंदिर का नाम श्री हनुमान दांडी संकीर्तन मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर के महंत के अनुसार भगवान श्री हनुमान हर वर्ष चावल के एक दाने के बराबर पृथ्वी को नीचे जा रहे हैं और श्री हनुमंत के इस स्थान को छोड़ कर जाते ही इस कलयुग का अंत हो जाएगा।

रामायण में मकरध्वज की कहानी:
भगवान श्री हनुमान जन्म से ही ब्रह्मचारी थे,तब उनके बेटे मकरध्वज का ये दुर्लभ मंदिर श्री हनुमान दांडी मंदिर कैसे और कहाँ से आया? जब हनुमान ने पूरे पूंछ पर आग लगाकर पूरे लंका को जलाने के बाद समुद्र के पानी में डुबकी लगाई, तो उसकी पसीना की एक बूंद एक शक्तिशाली मछली के मुंह में गिर गई। इस प्रकार यह गर्भवती ताकतवर मछली अहिरावण के लोगों द्वारा पकड़ी गई, जो लंकेश रावण के कदम भाई थे, और पाताल लोक के राजा थे।तब मछली के पेट से मकरध्वज मिले। अहिरावण ने मकरध्वज की ताकत और बुद्धि को देखते हुए उन्हें अपने राज्य पाताल लोक के द्वार की रक्षा करने का काम सौंप दिया। मकरध्वज का नाम प्राणी मकर से लिया गया है और इसे मकर है, कभी-कभी मगर-धाज के रूप में भी लिखा जाता है - जिसे मगर (सरीसृप) और भाग वानारा के रूप में दर्शाया गया है। रामायण की कहानी के अनुसार, जब अहिरावण ने भगवान श्री राम और लक्ष्मण को पाताल लोक की ओर ले गया, हनुमान भी उन्हें बचाने पाताल पुरी पहुँचे। पाताल-पुरी के द्वार पर, भगवान हनुमान को एक प्राणी ने चुनौती दी थी, जो वानार और सरीसृप (मकरा) यानी मकरध्वज था।

बेट द्वारका कच्छ की खाड़ी के मुहाने पर बसा एक द्वीप है जो ओखा तट के तट से 2.5 किमी दूर स्थित है। इस द्वीप पर ओखा के जेटी बंदरगाह से नौका द्वारा पहुँचा जा सकता है। यह मंदिर भगवान श्री कृष्ण की महानगरीय द्वारका के श्री द्वारकाधीश मंदिर से 5.5 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। द्वारकाधीश से हनुमान मंदिर तक जाने के लिए वहाँ के लोकल साधन जैसे टेंपो की सवारी की जा सकती है। और यह मुख्य द्वारका से 32 किमी दूर है। गुजराती भाषा में बेट का अर्थ द्वीप है। यह द्वीप भगवान श्रीकृष्ण द्वारा निर्मित मूल द्वारका का हिस्सा है और यहाँ वे अपने बचपन के मित्र श्री सुदामा से मिले थे। इसलिए भक्त इस जगह को बैठक या भेंट से जोड़ते हुए इसे बेट द्वारका बोलते हैं।

हनुमान जयंती यहाँ काफी धूम-धाम से मनाया जाता है, इस दिन यहाँ 10-15 हजार श्रद्धालु हनुमंत लाल के दर्शन के लिए आते हैं। इसके अलावा यहाँ दशहरा / विजया दशमी पर श्री कृष्ण की मूर्ति को श्री राम की तरह सजा कर, पालखी पर बिठाकर विशेष यात्रा के तहत लाई जाती हैं। इस मंदिर में ॥श्री राम जय राम जय जय राम॥ मंत्र का जप करने के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों से भक्तजन आते हैं। मंदिर में जो भक्त विशेष पूजा करना चाहते हैं उनके लिए मंदिर में आवास की सुविधाएं भी उपलब्ध है।
प्रचलित नाम: श्री मकरध्वज हनुमान मंदिर, श्री हनुमान दांडी संकीर्तन मंदिर, શ્રી હનુમાન દાંડી સાનકિર્તન મંદિર
Makardhwaj Mandir - Read In English
Shri Makardhwaj Hanuman Mandir (ગુજરાતી: શ્રી મકાર્ધવજ હનુમાન મંદિર ) is the first temple of father - son joyful meeting. It is located on the island of Dwarka or Shakhodhwar under the Devbhoomi Dwarka district. You can see the Father and the Son as you enter the sanctum of the temple.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
5:00 AM - 10:00 PM
मंत्र
श्री राम जय राम जय जय राम
त्योहार
धाम
Shri GaneshBaba Bairav NathShri MakardwajShri HanumanRam Shetu PattharYagyashalaMaa TulasiPeepal Tree
बुनियादी सेवाएं
Prasad, Prasad Shop, Sitting Benches, CCTV Security, Solor Panel, Washroom
धर्मार्थ सेवाएं
धर्मशाला, भोजनालय
देख-रेख संस्था
संकीर्तन मंदिर ट्रस्ट बेट द्वारका
समर्पित
श्री हनुमान
फोटोग्राफी
🚫 नहीं (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)
नि:शुल्क प्रवेश
हाँ जी

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Beyt Dwarka Dwarka Gujarat
मेट्रो 🚇
सड़क/मार्ग 🚗
Gujarat State Highway 6 >> Okha Beyt Dwarka Ferry
रेलवे 🚉
Okha Railway Station
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
22.46905°N, 69.137596°E

फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery

मकरध्वज मंदिर

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Updated: Nov 12, 2024 12:20 PM

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