महालक्ष्मी मंदिर, पुणे - Mahalakshmi Temple, Pune

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ श्री महासरस्वती, माँ महालक्ष्मी और श्री महाकाली मंदिर।
◉ परिक्रमा मार्ग में बारह संतों के चित्रों के साथ।
श्री महालक्ष्मी मंदिर में माँ के तीन रूप श्री महासरस्वती विद्या की देवी, समृद्धि की देवी माँ महालक्ष्मी और समय और मृत्यु से मुक्ति देने वाली देवी श्री महाकाली विराजमान हैं।

महालक्ष्मी मंदिर का शिखर 55 फीट ऊँचा, 24 फीट चौड़ा और छत 54 फीट लंबी है। मंदिर बहुत ही बारीक नक्कासी के साथ द्रविड़ शैली में बनाया गया है।

मंदिर में स्थापित तीनों ही देवियों के विग्रह छः-छः फीट ऊँचे प्राचीन संगमरमर से तराशे गये है। मंदिर की संपूर्ण रचना जयपुर कला केंद्र से सम्वन्धित विशेषज्ञ मूर्तिकारों के मार्गदर्शन में की गई थी। जिनमें से सुमेरपुर के हेमराज सोमपुरा शिल्पकार अत्यधिक प्रसिद्ध थे। मंदिर को पूर्ण होने में 12 बर्ष का समय लगा, और यह पुण्य कार्य 15 फरवरी 1984 को तीर्थ स्वरूप स्वामी श्री घनश्यामजी आचार्य के हाथों से तीनों देवियों की प्राण प्रतिष्ठा पूजन के साथ संपन्न हुआ।

मंदिर के चारों ओर परिक्रमा मार्ग में बारह संतों के चित्र दीवारों पर अंकित किए गये हैं जो क्रमशः संत दानेश्वर, संत तुकाराम, संत तुलसीदास, संत जलाराम, संत चैतन्य महाप्रभु, संत कबीर दास, संत सुर दास, संत सूरदास, श्री रामदास स्वामी, संत गुरु नानक, संत रामकृष्ण परमहंस, संत बसवेश्वर, तथा मीराबाई हैं। जिससे भक्तों को माँ के आशीर्वाद के साथ-साथ इन महान गुरुओं द्वारा दी गई शिक्षाओं का भी ज्ञान मिल सके।

मंदिर के निर्माण का पूर्ण श्रेय स्वर्गीय श्री बंसीलाल रामनाथ अग्रवाल तथा माता शुशीलदेवी बंसीलाल अग्रवाल को ही जाता है, इनके अथक प्रयाशो और पुरुषार्थ का ही यह जीता जागता उदाहरण है।

मोगरा उत्सव के दौरान माता के विग्रहों को लाखों मोगरा के पुष्पों द्वारा सजाया जाता है।
प्रचलित नाम: श्री महालक्ष्मी मंदिर
Mahalakshmi Temple, Pune - Read In English
There are three forms of Goddess in Shri Mahalakshmi Temple Mahasaraswati Vidya Devi, Mata Lakshmi of prosperity, and to discharge from time and death Mahalakshmi and Goddess Mahakali have been established.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
6:00 AM - 1:00 PM, 4:00 PM - 10:00 PM
7:00 - 7:45 AM: बालभोग आरती
12:30 - 1:00 PM: नैवेद्यम / राजभोग आरती
7:00 - 7:20 PM: नैवेद्यम
7:20 - 7:45 PM: आरती एवं प्रसाद
9:45 - 10:00 PM: नैवेद्यम एवं शयन आरती
मंत्र
या देवी सर्वभुतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ॥
त्योहार
Navratri, Brahma Utsav, Diwali, Askhay Tritiya, Kojagiri Poornima, Jhula festival (Shravan), Holi, Gudi Padwa, Ram Navami, Janmashtami, Annakote, Dipotsav, Dhanurmas, Buddha Purnima, Mogra Utsav | यह भी जानें: एकादशी
धाम
Sri MahasaraswatiSri MahalaxmiSri Mahakaali
बुनियादी सेवाएं
Prasad, Water Coolar, Power Backup, Office, CCTV, Shoe Store, Washroom, Sitting Benches
संस्थापक
स्वर्गीय श्री बंसीलाल रामनाथ अग्रवाल
स्थापना
15 February 1984
समर्पित
माँ दुर्गा - महालक्ष्मी
वास्तुकला
द्रविड़ शैली
फोटोग्राफी
हाँ जी (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)
नि:शुल्क प्रवेश
हाँ जी

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
38/B, Shukrawar Peth, Opposite Sarasbaug Pune Maharashtra
मेट्रो 🚇
सड़क/मार्ग 🚗
Narveer Tanaji Malusare Road >> Saras Baug Road
रेलवे 🚉
Pune Junction
हवा मार्ग ✈
Pune International Airport
नदी ⛵
Mula Mutha
वेबसाइट 📡
सोशल मीडिया
Facebook
निर्देशांक 🌐
18.499958°N, 73.854092°E

क्रमवद्ध - Timeline

15 February 1984

तीनों देवियों की प्राण प्रतिष्ठा पूजन के साथ संपन्न।

फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery

महालक्ष्मी मंदिर, पुणे

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वीडियो - Video Gallery

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Updated: Dec 19, 2024 06:20 AM

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