कंदरिया महादेव मंदिर - Kandariya Mahadev Mandir

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ कंदरिया महादेव मंदिर संधार शैली और सप्त रथ शैली में बना है।
◉ कंदरिया महादेव मंदिर अपनी आश्चर्यजनक वास्तुकला और जटिल पत्थर की नक्काशी के लिए जाना जाता है।
कंदरिया महादेव मंदिर भारत के मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के खजुराहो में स्थित है। इसे भारत में मध्यकाल से संरक्षित मंदिरों के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक माना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अपनी आश्चर्यजनक वास्तुकला और जटिल पत्थर की नक्काशी के लिए जाना जाता है। कंदरिया महादेव मंदिर खजुराहो के पश्चिमी मंदिर समूह का एक प्रमुख मंदिर है। यह इस समूह के सभी मंदिरों में से सबसे बड़ा और सुंदर मंदिर है।

कंदरिया महादेव मंदिर का इतिहास और वास्तुकला:
कंदरिया महादेव मंदिर चंदेल राजवंश के शासनकाल के दौरान बनाया गया था और लगभग 1050 ईस्वी का है, जिससे यह 970 वर्ष से अधिक पुराना है। मंदिर शिव भगवान को समर्पित है जिसके गर्भ गृह में शिवलिंग विराजमान है, यह शिवलिंग संगमरमर से बना है। इस मंदिर को सामने से देखने से ऐसा लगता है, कि जैसे हम किसी गुफा में प्रवेश कर रहे हैं। गुफा को कंदरा भी कहते हैं इसलिए इस का नाम कंदरिया महादेव मंदिर पड़ा। अर्थात कंदरा में रहने वाले शिव। अन्य देवताओं में भगवान सूर्य, विष्णु, देवी पार्वती, भगवान गणेश, अष्ट-दिक्पाल और ब्रह्मा शामिल हैं। भक्त इन सभी की पूजा कर सकते हैं और आशीर्वाद के माध्यम से अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं।

यह मंदिर मंदिर वास्तुकला की नागर शैली में बनाया गया है, जिसकी विशेषता इसके मधुमक्खी के आकार का शिखर, जटिल नक्काशीदार बाहरी और आंतरिक भाग और एक ऊंचा चबूतरा है। वास्तुकला शैली उत्तर भारत की मूल निवासी है और इसमें एक गर्भगृह, मंडप (हॉल), अंतराल (वेस्टिब्यूल), और कई सहायक मंदिरों के साथ एक भव्य पोर्च प्रवेश द्वार है। कंदरिया महादेव मंदिर में भी सभी मंदिरों के समान ही पहले गणेश जी की मूर्ति बनी हुई है। उसके बाद सुंदरियों और देवदासियों की प्रतिमाएं बनी हैं। इसमें सुंदरियों की प्रतिमाएं अलग-अलग मुद्राओं में बनी हैं। यहां आपको अनेक कामुक प्रतिमाएं भी दिख जाती हैं। इस तरह की प्रतिमाएं भी 3 पंक्तियों में बनाई गई हैं। इनके अलावा यहां नागकन्या की मूर्तियां भी हैं जो दीवार के कोने में हाथ जोड़कर खड़ी हुई हैं। साथ ही चंदेल राजवंश का चिन्ह भी यहां की दीवारों पर उकेरे गए हैं।

कंदरिया महादेव मंदिर, खजुराहो के अन्य मंदिरों के साथ, इसे असाधारण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को मान्यता देते हुए, 1986 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में अंकित किया गया था।

कंदरिया महादेव मंदिर का दर्शन समय
कंदरिया महादेव मंदिर देवताओं की पूजा के लिए सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। भक्त इस समय दर्शन कर सकते हैं और देवताओं की पूजा कर सकते हैं।

कंदरिया महादेव मंदिर में प्रमुख त्यौहार
कंदरिया महादेव मंदिर में शिवरात्रि प्रमुख त्योहार है। फरवरी या मार्च में हर साल आयोजित होने वाला खजुराहो नृत्य महोत्सव शास्त्रीय भारतीय नृत्यों का प्रदर्शन करता है और यह मंदिर परिसर का दौरा करने का एक अच्छा समय है।

कंदरिया महादेव मंदिर कैसे पहुंचे?
कंदरिया महादेव मंदिर मध्य प्रदेश के खजुराहो में स्थित है और भक्त कई तरीकों से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। खजुराहो बस स्टैंड, जो मंदिर से सिर्फ एक किलोमीटर दूर है। खजुराहो जंक्शन, जो मंदिर से सिर्फ 12 मिनट की दूरी पर है। खजुराहो हवाई अड्डा, जो मंदिर से सिर्फ 5 किलोमीटर दूर है।

कंदरिया महादेव मंदिर का व्यक्तिगत अनुभव:
❀ यह संभवतः पश्चिमी मंदिर समूह के सभी मंदिरों में सबसे बड़ा है। यह हमारे इतिहास का एक प्रतीक है। एएसआई और सरकार ने इस विश्व धरोहर स्थल को बनाए रखने के लिए बहुत अच्छा काम किया है। जीवन में एक बार खजुराहो अवश्य जाना चाहिए।
Kandariya Mahadev Mandir - Read In English
Kandariya Mahadev Temple is located in Khajuraho, Chhatarpur district of Madhya Pradesh, India. It is considered one of the best examples of temples preserved from the medieval period in India. this temple is dedicated to Bhagwan Shiva.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
6 AM - 6 PM
मंत्र
ओम नम शिवाय
त्योहार
Shivaratri | यह भी जानें: एकादशी
संस्थापक
Chandela Dynasty
स्थापना
1050
समर्पित
भगवान शिव
वास्तुकला
नागर शैली

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Sevagram Khajuraho Sevagram, Khajuraho, Madhya Pradesh
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
24.8538614°N, 79.9193359°E

क्रमवद्ध - Timeline

6 AM - 6 PM

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Updated: Feb 05, 2025 17:29 PM