एकलिंगजी मंदिर - Eklingji Mandir

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर पूरी तरह से भगवान शिव को समर्पित है।
◉ एकलिंगजी को मेवाड़ रियासत का कुल देवता और शाही राजवंश का महाराणा माना जाता है।
◉ शिव लिंगम के पांच मुख हैं और यह काले पत्थर से बना है।
एकलिंगजी मंदिर, भगवान शिव को समर्पित है जो की राजस्थान के ऐतिहासिक शहर उदयपुर में स्थित है। एकलिंगजी मंदिर, वास्तुशिल्प प्रतिभा और अटूट भक्ति की अभिव्यक्ति के रूप में खड़ा है, जो तीर्थयात्रियों और इतिहास के प्रति उत्साही लोगों को समान रूप से आकर्षित करता है।

एकलिंगजी मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
एकलिंगजी देवता की मूर्ति भगवान शिव की है। शिव लिंगम के पांच मुख हैं और यह काले पत्थर से बना है। मंदिर की दक्षिणी दीवार पर शिलालेख से पता चलता है कि मूर्ति की स्थापना की गई थी और इसकी प्राणप्रतिष्ठा बप्पा रावल और फिर महाराणा रायमल जी द्वारा 15वीं शताब्दी (1473-1509) के आसपास की गई थी।

मुख भगवान ब्रह्मा (पश्चिम), भगवान सूर्य (पूर्व), भगवान विष्णु (उत्तर) और भगवान रुद्र (दक्षिण) के हैं और ऊपर उठा हुआ शीर्ष शिवलिंग है, जो उनकी पत्नी अम्बा के साथ सदाशिव का अवतार है।

दो मंजिला मंदिर के प्रवेश द्वार पर, इसमें एक सुंदर मूर्तिकला वाली नंदी है। इसमें नीचे की तरफ एक चांदी का सांप भी घिरा हुआ है। यहां भगवान गणेश और कार्तिकेय के अवतार चांदी के दरवाजे पर अपने पिता की रक्षा कर रहे हैं। इसके अलावा, देवी यमुना और सरस्वती की मूर्तियाँ भी हैं। उत्तर दिशा में कर्ज़ कुंड और तुलसी कुंड नामक दो कुंड स्थित हैं।

एकलिंगजी मंदिर का इतिहास 15वीं शताब्दी के ऐतिहासिक ग्रंथ एकलिंग महात्म्य में अंकित है। इस श्रद्धेय पांडुलिपि के अनुसार, मंदिर की उत्पत्ति 734 ई. में हुई, जब दूरदर्शी शासक बप्पा रावल ने इसकी आधारशिला रखी थी। हालाँकि, समय बीतने के साथ चुनौतियाँ आईं और दिल्ली सल्तनत के शासन के दौरान, मंदिर लूटपाट का शिकार हो गया। मूल संरचना और इसकी पवित्र मूर्तियों पर शारीरिक क्षति के निशान अभी भी हैं।

एकलिंगजी मंदिर दर्शन का समय
एकलिंगजी मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 4 बजे से शाम 7:30 बजे तक है। आरती का समय इस प्रकार है सुबह की आरती - सुबह 5:30 बजे, सुबह 8:15 बजे, सुबह 9:15 बजे और 11:30 बजे, दोपहर की आरती - दोपहर 3:30 बजे और शाम 4:30 बजे, शाम की आरती - शाम 5:00 बजे और शाम 6:30 बजे किया जाता है।

एकलिंगजी मंदिर में प्रमुख त्यौहार
एकलिंगजी मंदिर में शिवरात्रि मुख्य त्योहार है। इसके अलावा यहां नवरात्र, प्रदोष, मकर संक्रांति, वैशाख और श्रावण के विशेष मनोरथ भी होते हैं। प्रत्येक सोमवार और प्रत्येक शनि प्रदोष वाले दिन मंदिर 15 मिनट पहले दर्शन के लिए खोला जाता है और 15 से 20 मिनट देर से बंद किया जाता है।

एकलिंगजी मंदिर कैसे पहुँचें?
एकलिंगजी मंदिर उदयपुर से 22 किमी की दूरी पर स्थित है। यह वायुमार्ग, रेलवे और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। मुख्य शहर केंद्र से सार्वजनिक परिवहन आसानी से उपलब्ध है। आप कैब किराये पर ले सकते हैं और 35 से 45 मिनट में मंदिर पहुंच सकते हैं। उदयपुर रेलवे सिटी सेंटर से सिर्फ 3 किमी दूर स्थित है।
प्रचलित नाम: श्री एकलिंगजी, एकलिंगजी महादेव
Eklingji Mandir - Read In English
Eklingji Temple, dedicated to Bhagwan Shiv, is located in the historical city of Udaipur, Rajasthan. Eklingji is considered the family deity of Mewar princely state and Maharana of the royal dynasty.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
4 AM - 7:30 PM
5:30 am: मंगला आरती
8:15 am: प्रातः आरती
9:15 am: प्रातः आरती
11:30 am: प्रातः आरती
3:30 pm: दोपहर की आरती
4:30 pm: दोपहर की आरती
5:00 pm: संध्या आरती
6:30 pm: संध्या आरती
मंत्र
ओम नम शिवाय
त्योहार
Shivratri, Sawan Somvar, Eklingji Patotsav, Shani Pradosh, Makar Sankranti | यह भी जानें: एकादशी
बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, सीसीटीवी सुरक्षा, जूता स्टोर, पार्किंग स्थल
संस्थापक
बप्पा रावल
स्थापना
734 AD
समर्पित
भगवान शिव
वास्तुकला
नागर शैली
नि:शुल्क प्रवेश
हाँ जी

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Kailashpuri, Girwa Tehsil, near the former capital of Mewar Udaipur Rajasthan
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
24.747182°N, 73.72342°E

क्रमवद्ध - Timeline

4 AM - 6:30 AM

10:30 AM - 1:30 PM

5:30 PM - 8:30 PM

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Updated: Nov 12, 2024 17:11 PM