अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन दिल्ली
बारें में | सेवाएं और मार्ग | मंदिर दर्शन
अक्षरधाम मंदिर पवित्र यमुना नदी के तट पर प्रसिद्ध स्वामीनारायण(BAPS) मंदिर श्रृंखला के निकट है।
अक्षरधाम मंदिर जाने के लिए ही, इस मेट्रो स्टेशन का नाम अक्षरधाम रखा गया है। दिल्ली मेट्रो का अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन ब्लू लाइन एक्सटेंशन में स्थित है।
यह मेट्रो स्टेशन
पांडव नगर और
राष्ट्रमंडल खेल गांव से भी जुड़ता है। श्री नीलम माता वैष्णो मंदिर इस मेट्रो स्टेशन का एक और निकटतम मंदिर है। इस मेट्रो स्टेशन में भी दो अलग-अलग एटीएम की सुविधा है।
अक्षरधाम के निकट मंदिर - Mandir Near Akshardham Metro Station
श्री नीलम माता वैष्णो मंदिर @Delhi New Delhi
यह पूर्वी दिल्ली का सबसे बड़ा, वही माँ वैष्णो का पवित्र धाम श्री नीलम माता वैष्णो मंदिर है।
अक्षरधाम मंदिर @Akshardham New Delhi
प्रधान स्वामी महाराज ने नई दिल्ली में यमुना नदी के तट पर स्वामीनारायण अक्षरधाम के दर्शन और प्रेरणा देते हुए अपने गुरु योगीजी महाराज की इच्छा पूरी करने के लिए भारत के लोगों को समर्पित कर दिया।
सेवाएं और मार्ग जानकारियां
एटीएम
HDFC Bank
Punjab National Bank
Yes Bank
अगर आपको यह मंदिर पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक:
यहाँ साझा करें।
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता॥
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे। भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
जय वृहस्पति देवा, ऊँ जय वृहस्पति देवा । छिन छिन भोग लगाऊँ..
जब भक्त बुलाते हैँ, हरि दौड़ के आते हैँ ॥ वो तो दीन और दुःखीओं को ॥
.दीपावली पूजा, धनतेरस पूजा एवं श्री कुबेर पूजा में सबसे अधिक भेजने वाले भजन], मंत्र, आरती तथा गीत।
घर में आओ लक्ष्मी माता, आओ पधारो श्री गणराजा ॥ दीवाली का त्यौहार आया..
जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥
विश्वेश्वर पदपदम की रज निज शीश लगाय । नित्य आनंद करिणी माता, वर अरु अभय भाव प्रख्याता..
हनुमान चालीसा लिरिक्स | जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा | बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें