श्री चंडी मंदिर, किशनगंज,
हापुड़, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है। चंडी मंदिर, देवी चंडी को समर्पित है, जिन्हें शक्ति की देवी माना जाता है। यह एक सिद्धपीठ है, हापुड़ नगर में बुलंदशहर रोड पर स्थित ग्राम चितौली के इस प्राचीन मंदिर की गलियों में जाने के लिए सीढ़ियां बनी हैं।
हापुड़ चंडी मंदिर के पीछे की पौराणिक कथा
मां दुर्गा के चंडी रूप में जिले में प्रचीनतम मंदिर के कपाट हर वक्त खुला रहता है। वर्षों से मान्यता है कि मां चंडी मंदिर में रोज शयन करने जाती हैं। प्रात:काल चार बजे मैया वापस अपने धाम पर आ जाती हैं। वर्तमान में इस रास्ते के बाहर एक दहलीज बनी हुई है। तहों में 18 बंधों वाले काले पत्थर की पांच फिट वाली सबसे ऊपरी चंडी मां की विकराल प्रतिमा विराजमान है।
मान्यता है कि मां का विकराल रूप कोई नहीं देख सकता। इसलिए रास्ता बंद किया गया। इसका विशेष रूप से पशु बलि दी जाती थी। बलि का प्रतीक पूजा आज भी जुड़ी हुई है। अब केवल बकरे के कान काटकर पूरे पशु के मालिक को भुगतान किया जाता है।
मां चंडी की पिंडी के ऊपर एक छेद है जिससे जल वरुण-बूद कर मां की प्रतिमा पर गिरती है। इससे मां काली का क्रोध शांत हो जाता है। हर साल देश विदेश से हजारों श्रद्धालु मां चंडी के चरणों की पावन रज पाने के लिए मां के इस दरबार में आकर पूजन अर्चन करते हैं। माँ हर भक्त की
मनोकामना पूर्ण करती हैं, कहा जाता है कि यहां से कभी कोई खाली हाथ नहीं जाता।
चंडी मंदिर हापुड़ दर्शन का समय
❀ चंडी मंदिर दर्शन का समय सुबह 5 बजे से रात 9:30 बजे तक है और रविवार को मंदिर सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है।
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हापुड़ के चंडी मंदिर में एक दिन में पांच बार आरती की जाती है।
❀ श्री आद्य शक्ति मां चंडी कि सिद्धपीठ मंदिर में नवरात्र के नौ दिन विशेष अनुकंपा होती है। पिंडी स्वरूप मां का पंचामृत से स्नान अभिषेक किया जाता है। चुनरी, नारियल, वक्र का सामान आदि चढ़ावा चढ़ाने की मंदिर में पुरानी परम्परा है।
❀ नवरात्रों में माता को दूध एवं दही की अखंड धारा अर्पित रहती है। प्रथम नवरात्रे को जागरण और अष्टमी को हलवे एवं मेवे का भोग लगाया जाता है।
❀ मां चंडी को छप्पन भोग भी लगाया जाता है।
चंडी मंदिर हापुड़ कैसे पहुँचे
हापुड़ शहर रोडवेज, रेलवे के माध्यम से अन्य शहरों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। तो आप आसानी से चंडी मंदिर पहुंच सकते हैं और दर्शन कर सकते हैं।
प्रचलित नाम: Shri Chandi Mandir, Devi Maa, Maa Shakti, Maa Kali