बिन्दुधाम जिसे बिंदुवासनी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहवारा में स्थित है। यह मंदिर त्रिदेवी यानि महा दुर्गा, माँ काली, महा लक्ष्मी और महा सरस्वती को शक्तिपीठ के रूप में समर्पित है जहां आप हनुमानजी की 35 फीट की मूर्ति है।
बिन्दुधाम का इतिहास और वास्तुकला
बिन्दुधाम झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहरवा में स्थित है और स्थानीय लोगों के बीच एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है। हालाँकि मंदिर के निर्माण का सटीक इतिहास अभी भी एक बहस का विषय है, लेकिन कहा जाता है कि इसकी स्थापना हजारों साल पहले हुई थी।
यह मंदिर देवी लक्ष्मी, देवी दुर्गा और देवी सरस्वती को समर्पित है और राज्य के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर बिंदुवासनी पहाड़ियों की चोटी पर खूबसूरती से बसा हुआ है, और इसलिए कई लोग इसे बिंदुवासनी मंदिर भी कहते हैं।
स्थानीय किंवदंतियों के अनुसार, मंदिर स्थल वह स्थान माना जाता है जहां भगवान विष्णु द्वारा देवी सती के शव के टुकड़े किए जाने के बाद उनकी तीन रक्त बूंदें गिरी थीं। आज, यह मंदिर अत्यधिक धार्मिक महत्व रखता है और हर साल हजारों हिंदू भक्त यहां आते हैं।
यह वह जगह है जहां आप भगवान हनुमान के वास्तविक पैरों के निशान और उनकी राजसी 35 फुट की मूर्ति देख सकते हैं।
बिन्दुधाम दर्शन का समय
बिन्दुधाम दर्शन का समय प्रातः 6.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक है। शाम 5.00 बजे रात्रि 10.00 बजे तक। दैनिक पूजा का समय प्रातः 6.30 बजे किया जाता है।
बिन्दुधाम के प्रमुख त्यौहार
चैत्र नवरात्रि, दुर्गा पूजा यहां का सबसे व्यापक रूप से मनाया जाने वाला त्योहार है। चैत्र नवरात्रि पर नौ दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया जाता है। बिन्दुधाम मंदिर क्षेत्रीय सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ लगभग सभी हिंदू पूजा अवसरों जैसे राम-नवमी, हनुमान जयंती, गोवर्धन पूजा, रानी सती पूजन, गुरु पूर्णिमा, खाटू श्याम पूजन आदि का आयोजन करता है।
बिन्दुधाम कैसे पहुँचें
बिन्दुधाम, बरहरवा झारखंड के साहिबगंज जिले का एक महत्वपूर्ण शहर है। बरहरवा अन्य शहरों और कस्बों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और इसलिए रेल द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। बिंदुधाम बरहरवा रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किमी की दूरी पर स्थित है।
प्रचलित नाम: बिन्दुधाम, बिन्दुवासनी मंदिर
बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, सीसीटीवी सुरक्षा, जूता स्टोर, पार्किंग स्थल