बिजासन माता मंदिर, जिसे बिजासन टेकरी के नाम से भी जाना जाता है, मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रसिद्ध पूजा स्थलों में से एक है। यह बिजासन माता का एक विनम्र निवास है, जिन्हें माँ दुर्गा का अवतार माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि यहां के इष्टदेव की शक्ति अंधों की भी आंखों की रोशनी वापस ला सकती है। मंदिर के स्थान से नीचे शहर का शानदार दृश्य दिखाई देता है।
बिजासन माता मंदिर, इंदौर का इतिहास और वास्तुकला
बिजासन माता मंदिर अर्थात बिजासन माता मंदिर मंदिर 1920 में निर्मित, यह मंदिर 800 फीट ऊंची पहाड़ी (जिसे टेकरी कहा जाता है) की चोटी पर स्थित है। इसलिए, आगंतुकों को यहां से शहर और आसपास के क्षेत्र का अविश्वसनीय दृश्य देखने को मिलता है, जिसमें हरे-भरे बगीचे और एक छोटी झील शामिल है। बिजासन माता मंदिर हिंदू देवी दुर्गा के मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1760 में शिवाजी राव होलकर ने करवाया था।
बिजासन माता मंदिर, इंदौर का दर्शन समय
बीजासेन माता मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है। मंदिर दर्शन का समय सुबह 5:30 बजे से रात 10:30 बजे तक है।
बिजासन माता मंदिर, इंदौर के प्रमुख त्यौहार
बीजासेन माता मंदिर में प्रमुख उत्सव, नवरात्रि। हर साल नौ दिवसीय नवरात्रि महोत्सव के दौरान यहां मेले का आयोजन भी किया जाता है। इस पूजा स्थल का मुख्य आकर्षण नवरात्रि के दौरान आयोजित होने वाला असाधारण मेला है जो बड़ी संख्या में भक्तों और पर्यटकों दोनों को आकर्षित करता है।
बिजासन माता मंदिर, इंदौर कैसे पहुँचें?
बिजासन माता मंदिर मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित है। यह मंदिर इंदौर रेलवे स्टेशन से 9.8 किलोमीटर की दूरी पर है। देवी अहिल्या बाई होल्कर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा उस पहाड़ी से दिखाई देता है जिस पर बिजासन माता मंदिर स्थित है। यह मंदिर अन्य शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
प्रचलित नाम: बिजासन माता मंदिर, बिजासन टेकरी
बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, सीसीटीवी सुरक्षा, जूता स्टोर, पार्किंग स्थल