बाबा हरिहर नाथ मंदिर - Baba Harihar Nath Mandir

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ यह दुनिया का एकमात्र ऐसा शिवलिंग है जिसके आधे भाग में शिव और शेष भाग में विष्णु की आकृति है।
◉ कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां स्नान करने से सौ गोदान का फल मिलता है।
◉ इसकी स्थापना स्वयं ब्रह्मा ने शैव और वैष्णव संप्रदायों को एक-दूसरे के करीब लाने के लिए की थी।
◉ यहां हर साल कार्तिक (अक्टूबर-नवंबर) महीने में सोनपुर मेले का आयोजन किया जाता है।
बाबा हरिहर नाथ मंदिर सोनपुर में गंडक और गंगा के तट पर बिहार के सारण जिले के सोनपुर में स्थित है। बाबा हरिहरनाथ मंदिर भगवान विष्णु (हरि) और भगवान शिव (हर) को समर्पित है। हिंदू धर्म के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां स्नान करने से सौ गोदान का फल मिलता है। मंदिर में हजारों तीर्थयात्री दर्शन करने आते हैं।

बाबा हरिहर नाथ मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
बाबा हरिहरनाथ शिवलिंग विश्व का एकमात्र ऐसा शिवलिंग है जिसके आधे भाग में शिव (हर) की आकृति तथा शेष भाग में विष्णु (हरि) की आकृति है। एक ही गर्भगृह में एक साथ विराजमान दोनों देवताओं को हरिहर कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसकी स्थापना स्वयं ब्रह्मा ने शैव और वैष्णव संप्रदाय को एक-दूसरे के करीब लाने के लिए की थी। गज-ग्राह की पौराणिक कथा भी इसका प्रमाण है।

इतिहास कहता है कि श्री रामचन्द्र जी गुरु विश्वामित्र के साथ जनकपुर जाते समय यहीं रुके थे और हरि तथा हर की स्थापना की थी। हाजीपुर स्थित रामचौरा में उनके पैरों के निशान मौजूद हैं। इस क्षेत्र में शैव, वैष्णव और शाक्त संप्रदाय के लोग एक साथ कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान और जलाभिषेक करते हैं। 1757 से पहले यह मंदिर लकड़ी और काले पत्थर के खंडों से बना था।

सिख धर्मग्रंथों में उल्लेख है कि गुरु नानक यहां आये थे। बौद्ध धर्म के अनुसार भगवान बुद्ध अपने अंतिम दिनों में इसी मार्ग से कुशीनगर गये थे। जहां उनका महापरिनिर्वाण हुआ।

बाबा हरिहर नाथ मंदिर का दर्शन समय
मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन के लिए लोग सुबह 4:30 बजे से रात 9 बजे तक जा सकते हैं।

दैनिक समय सारिणी
❀ प्रातः मंगलानुशासन (मंगला आरती) (ग्रीष्म ऋतु में प्रातः 04 बजे), (शरद ऋतु में प्रातः 05 बजे)
❀ नित्य अभिषेक: सुबह 06 बजे से 07 बजे तक
❀ प्रतिदिन राजभोग 11:30 से 12 बजे तक
❀ मंदिर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक बंद रहेगा
❀ दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक भक्तों द्वारा पूजा-अर्चना
❀ शाम 4 बजे से भगवान के संध्या शृंगार और आरती की तैयारी
❀ संध्या श्रृंगार आरती (ग्रीष्म में सायं 7.30 बजे, शरद ऋतु में सायं 6.30 बजे)
❀ श्रृंगार दर्शन रात्रि 8:30 बजे तक
❀ रात्रि 8:30 बजे सायं पट्ट बैंड (भोग-राग) एवं 9:00 बजे

बाबा हरिहर नाथ मंदिर में प्रमुख त्यौहार
बाबा हरिहर नाथ मंदिर में शिवरात्रि प्रमुख त्योहार है। हिंदू कैलेंडर माह के अनुसार, यह हर साल सरकार द्वारा कार्तिक (अक्टूबर-नवंबर) महीने में सोनपुर मेला आयोजित किया जाता है। सोनपुर मेला बिहार के लोकप्रिय मेलों में से एक है।

सावन में पूरे बिहार से श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। बोलबम और हर-हर महादेव के जयकारे से पूरा इलाका गुंजायमान रहता है।

बाबा हरिहर नाथ मंदिर कैसे पहुंचे?
बाबा हरिहर नाथ मंदिर, बिहार के सारण जिले के सोनपुर में स्थित है। यह जिला सड़क मार्ग और रेलवे से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यह रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, राजधानी पटना यहां से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है। जिससे कोई भी बाबा हरिहर नाथ मंदिर तक आसानी से पहुंच सकता है।
प्रचलित नाम: Baba Harihar Nath Mandir Sonepur
Baba Harihar Nath Mandir - Read In English
Baba Harihar Nath Mandir is located at Sonepur in Saran district of Bihar on the banks of Gandak and Ganga.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
4:30 AM - 9 PM
त्योहार
Shivratri, Kartik Purnima, Sawan Somvar | यह भी जानें: एकादशी
बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, जूता स्टोर, सीसीटीवी सुरक्षा
समर्पित
भगवान शिव - भगवान विष्णु

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Baba Harihar Nath Mandir Rd Sonepur Bihar
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
25.6851878°N, 85.1875858°E

क्रमवद्ध - Timeline

4:30 AM - 9 PM

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Updated: Feb 14, 2024 12:59 PM