अंजनी माता मंदिर सालासर - Anjani Mata Mandir Salasar

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ सालासर धाम अंजनी माता मंदिर में भगवान बालाजी हनुमान और उनकी माँ अंजनी की पूजा-अर्चना की जाती है।
◉ मन्दिर में श्री अंजनी माता अपने चतुर्भुजी आदमकद रूप में माता शंख और सुहाग-कलश धारण किए हैं।
◉ विवाह सफल के लिए मंदिर में दूर-दूर से लोग विवाह का पहला निमंत्रण पत्र जमा करने आते हैं।
श्री अंजनी माता का प्रसिद्ध मन्दिर सालासर धाम से लक्षमनगढ जाने वाली रोड पर लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान मेंस्थित है। इस मंदिर में भगवान बालाजी हनुमान और उनकी माँ अंजनी की पूजा-अर्चना की जाती है। कहते है कि जो सालासर आकर सच्चे मन से पूजा-अर्चना करता है उसकी प्रत्येक मनोकामना पूरी होती है। दूर-दूर से लोग विवाह का पहला निमंत्रण पत्र मंदिर में जमा करते हैं। ताकि अंजनी माता की कृपा से न केवल विवाह सफल हो बल्कि नवविवाहित को सभी प्रकार का सुख मिले। अंजनी माता का प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान और पूरे भारत के भक्तों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।

सालासर अंजनी माता मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
अंजनी माता मंदिर में माँ की जो मूर्ति स्थापित है उसमें हनुमानजी अपने बालरूप में माता की गोद में बैठे हैं। मन्दिर में श्री अंजनी माता अपने चतुर्भुजी आदमकद रूप में माता शंख और सुहाग-कलश धारण किए हैं। श्री बालाजी मन्दिर से पहले लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर श्री अंजनी माता का मन्दिर है। अंजनी माता का यह मंदिर भव्य एवं प्रतिमा स्वर्ग निर्मित हैं। मन्दिर की शोभा भव्य एवं वातावरण सात्विक है।

मन्दिर के संस्थापक श्री पन्नारामजी पारीक थे। इनकी पत्नि का युवावस्था में निधन हो गये। फ़िर वह प्रयाग चले गये और वहाँ गंगा तट पर ध्यान व पूजन अर्चन करने लगे। एक दिन हनुमानजी ने उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर, स्वप्न में दर्शन दे कर आदेश दिया कि तुम मेरे धाम सालासर आ जाओ। सालासर धाम में वह परोपकारी भावना से प्रेरित होकर पथिकों को शीतल जल पिलाकर उनकी थकान को मिटाने लगे। साथ ही वे अंजनीनन्दन व अंजनीमाता की सेवा भक्तिभाव से करते हुये उनके ही ध्यान में निमग्न रहने लगे। सन् १९६३ में सीकर नरेश ने पन्डित जी के कहे अनुसार मन्दिर का जीर्णोद्धार कराया। अंजनी माता मंदिर की विशेष प्रसिद्धि सुहागन स्त्रियों और नवविवाहितों की मनोकामना सिद्धि लिए है। सुहागन स्त्रियां यहां आकर अपने वैवाहिक और पारिवारिक जीवन की सफलता के लिए नारियल और सुहाग चिन्ह चढ़ाती हैं। अंजनी माता मंदिर के अलावा, पास में कई अन्य मंदिर भी हैं, जैसे हनुमान मंदिर और राम जानकी मंदिर, जिनमें से प्रत्येक एक अद्वितीय और पवित्र अनुभव प्रदान करता है।

सालासर अंजनी माता मंदिर में दर्शन समय
अंजनी माता मंदिर पूरे सप्ताह के लिए खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक है।

सालासर अंजनी माता मंदिर के प्रमुख त्यौहार
हनुमान जयंती अंजनी माता मंदिर, सालासर बालाजी में प्रमुख त्यौहार है। श्री हनुमान जयंती पर देश के हर हिस्से से बड़ी संख्या में भक्त सालासर बालाजी मंदिर आते हैं। आश्विन शुक्ल चतुर्दशी और पूर्णिमा को बालाजी मेले में भी लाखों भक्त आते हैं। भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी और पूर्णिमा को। इस मेले में भगवान बालाजी के सभी भक्तों की बहुत भक्ति होती है और इसका बहुत बड़ा महत्व और महत्व है। सालासर आने वाले सभी भक्जतन सबसे पहले श्री अंजनी माता मन्दिर में पूजा, अर्चना करते हैं और प्रसाद चढ़ाते हैं। तत्पश्चात भक्तजन श्री बालाजी मन्दिर की तरफ प्रस्थान करते हैं।

सालासर में स्थित अंजनी माता मंदिर कैसे पहुँचें?
अंजनी माता मंदिर राजस्थान के सालासर बालाजी के लक्ष्मणगढ़ के पास स्थित है। सड़क मार्ग से यहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता है और सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन सुजानगढ़ है, जो सालासर बालाजी मंदिर से लगभग 27 किमी दूर है।
प्रचलित नाम: सालासर धाम अंजनी माता मंदिर
Anjani Mata Mandir Salasar - Read In English
The famous temple of Shri Anjani Mata is located in Rajasthan at a distance of about two kilometers on the road from Salasar Dham to Laxmangarh. Lord Balaji Hanuman and his mother Anjani are worshipped in this temple.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
5 AM - 10 PM
मंत्र
ॐ हं हनुमते नम:
त्योहार
Hanuman Jayanti, Ram Navami | यह भी जानें: एकादशी
बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, सीसीटीवी सुरक्षा, जूता स्टोर, पार्किंग स्थल
समर्पित
माता अंजनी

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Balaji Temple Rd, near Hanuman Murti Salasar Rajasthan
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
27.7316507°N, 74.7329363°E

क्रमवद्ध - Timeline

5 AM - 10 PM

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Updated: Apr 12, 2025 12:08 PM