भगवान श्री कृष्ण की माता यशोदा का जन्म फागुन(फाल्गुन) माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को माना जाता है। अतः इसी षष्ठी तिथि को माता यशोदा के जन्म उत्सव को यशोदा जयंती मनाई जाती है।
यशोदा जयंती के दिन माँ यशोदा की पूजा, अर्चना एवं उपासना के साथ-साथ भगवान श्री कृष्ण की भी आराधना की जाती है। यशोदा जयंती पर माता यशोदा की ही तरह प्रभु की कृपा प्राप्त करने हेतु श्री कृष्ण चालीसा का पाठ कर श्री कृष्ण आरती अवश्य करनी चाहिए।
यशोदा जयंती के दिन महिलाएं माता यशोदा की ही भांति, भगवान श्री कृष्ण के जैसे लालन-पालने वाले परम वात्सल्य को पाने हेतु माता की पूजा करतीं हैं। यशोदा जयंती उत्सव बृज क्षेत्र विशेषकर नंद गांव के साथ-साथ श्री कृष्ण मंदिरों में अत्यधिक उत्साह से मनाया जाता है।
शुरुआत तिथि | फाल्गुन कृष्णा षष्ठी |
कारण | माता यशोदा का जन्म उत्सव। |
उत्सव विधि | पूजा, भजन कीर्तन। |
Updated: Sep 27, 2024 12:59 PM