☀️धनु संक्रांति - Dhanu Sankranti

Sankranti Date: Sunday, 15 December 2024

हिंदू पंचांग के अनुसार, संक्रांति (Sankranti) का अर्थ है सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना। भारत के कुछ हिस्सों में, प्रत्येक संक्रांति को एक महीने की शुरुआत के रूप में चिह्नित किया जाता है। दूसरी ओर, कुछ अन्य हिस्सों में, एक संक्रांति को प्रत्येक महीने के अंत के रूप में और अगले दिन को एक नए महीने की शुरुआत के रूप में चिह्नित किया जाता है।

संक्रांति, दान के लिए अनुकूल है, लेकिन इस दिन शुभ कार्यों से बचा जाता है। मकर संक्रांति एक समृद्ध चरण या संक्रमण के पवित्र चरण की शुरुआत का प्रतीक है। संक्रांति के बाद सभी पवित्र अनुष्ठान और शुभ समारोह किए जा सकते हैं।

संबंधित अन्य नामसंक्रान्ति
कारणसूर्य का एक राशि से दूसरी राशि की ओर स्थानांतरित होना।
उत्सव विधिसूर्य भगवान की उपासना, दान-दक्षिणा, गंगा स्नान, पवित्र नदियों मे स्नान, मेला।
Read in English - Dhanu Sankranti
As per Hindu Panchang, Sankranti (संक्रांति) means movement of the Sun from one Rashi to the next. In some parts of India, each Sankranti is marked as the beginning of a month.

संक्रांति कब है?

धनु संक्रांति : रविवार, 15 दिसम्बर 2024 [Delhi]

धनु संक्रांति मुहूर्त :
पुण्य काल - 12:16 PM से 05:26 PM
महा पुण्य काल - 03:43 PM से 05:26 PM
संक्रान्ति का क्षण - 10:19 PM

मासिक संक्रांति क्या है?

तो एक वर्ष में, 12 संक्रांति होती है और यह भगवान सूर्य (सूर्य देवता) को समर्पित है। सभी 12 संक्रांति में 'मकर संक्रांति' सबसे मान्य है और यह पूरे भारत में मनाई जाती है।

सबसे महत्वपूर्ण संक्रांतियों के नाम

◉ तुला संक्रांति [पहाड़ी कार्तिक माह]
◉ वृश्चिक संक्रांति [पहाड़ी मार्गशीर्ष माह]
◉ धनु संक्रांति [पहाड़ी पौष ]
मकर संक्रांति - पौष संक्रांति [माघ ]
◉ कुम्भ संक्रांति [पहाड़ी फाल्गुन]
◉ मीन संक्रांति - फूलदेई [पहाड़ी चैत्र माह]
◉ मेष संक्रांति - [सोलर नववर्ष] / पना संक्रांति / विषुक्कणी / पोइला बोइशाख [पहाड़ी वैशाख माह]
◉ वृषभ संक्रांति [पहाड़ी ज्येष्ठ माह]
◉ मिथुन संक्रांति [पहाड़ी आषाढ़ माह]
◉ कर्क संक्रांति - हरेला [पहाड़ी श्रावण माह]
◉ सिंह संक्रांति - घी संक्रांति [पहाड़ी भाद्रपद माह]
कन्या संक्रांति [पहाड़ी अश्विन माह]

संबंधित जानकारियाँ

आवृत्ति
मासिक
समय
1 दिन
महीना
हर महीने की संक्रांति।
कारण
सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि की ओर स्थानांतरित होना।
उत्सव विधि
सूर्य भगवान की उपासना, दान-दक्षिणा, गंगा स्नान, पवित्र नदियों मे स्नान, मेला।
महत्वपूर्ण जगह
प्रयागराज, गंगा सागर, पवित्र नदियाँ।
पिछले त्यौहार
वृश्चिक संक्रांति : 16 November 2024, तुला संक्रांति : 17 October 2024, कन्या संक्रांति : 16 September 2024, Simha Sankranti : 16 August 2024, Karka Sankranti : 16 July 2024, Mithuna Sankranti : 15 June 2024, Vrishabha Sankranti : 14 May 2024, Mesha Sankranti : 13 April 2024, Meena Sankranti : 14 March 2024, Kumbha Sankranti : 13 February 2024, Dhanu Sankranti : 16 December 2023, Makara Sankranti : 14 January 2021

Updated: Nov 15, 2024 18:11 PM

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