Rang Teras Date: Thursday, 27 March 2025
रंग तेरस, एक रंगों से भरा त्यौहार है जो चैत्र कृष्ण पक्ष के दौरान त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इसे रंग त्रयोदशी भी कहा जाता है। अन्य क्षेत्रों में रंग तेरस की अवधि फाल्गुन के हिंदू महीने में कृष्ण पक्ष से मेल खाती है, यानी ग्रेगोरियन कैलेंडर में मध्य फरवरी-मार्च के महीने।
रंग तेरस में किस भगवान की पूजा की जाती है?
रंग तेरस का त्यौहार भगवान कृष्ण को समर्पित है जिन्हें भगवान श्रीनाथजी के रूप में पूजा जाता है। राजस्थान राज्य के नाथद्वारा में यह पर्व बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। रंग तेरस की अवधि के दौरान देश के कोने-कोने से भक्त यहां 'श्रीनाथजी' मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। राजस्थान के उदयपुर क्षेत्र में, रंग तेरस स्थानीय लोगों द्वारा गेर के प्रदर्शन के साथ मनाया जाता है।
संबंधित अन्य नाम | रंग त्रयोदशी |
शुरुआत तिथि | चैत्र कृष्णा त्रयोदशी |
उत्सव विधि | होली समारोह, पूजा, भजन-कीर्तन। |
Rang Teras, a Hindu festival is celebrated on the Trayodashi tithi during the Chaitra Krishna Paksha. It is also called Rang Trayodashi.
रंग तेरस 2024 का शुभ मुहूर्त
रंग तेरस : रविवार, 7 अप्रैल 2024 [Delhi]
त्रयोदशी तिथि : 6 अप्रैल 2024 10:19am - 7 अप्रैल 2024 6:53am
कैसे मनाया जाता है रंग तेरस त्यौहार?
रंग तेरस को भारतीय किसानों के धन्यवाद उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस शुभ दिन पर, किसान पृथ्वी माता को भोजन सहित जीवन की सभी आवश्यक चीजें प्रदान करने के लिए उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। महिलाएं व्रत रखती हैं और इस त्यौहार से जुड़ी अनुष्ठानिक गतिविधियां करती हैं। इस उत्सव के एक भाग के रूप में, गाँव के युवा नृत्य और लेटने के खेल के साथ-साथ अपने वीर कौशल का प्रदर्शन करते हैं।
भारतीय राज्य राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र में, गेहूँ की फसल पर खुशी व्यक्त करने के लिए रंग तेरस के दिन भव्य आदिवासी मेलों का आयोजन किया जाता है। आसपास के क्षेत्रों के आदिवासी भी चैत्र के महीने में इस रंगारंग मेले का हिस्सा बनने आते हैं। रंग तेरस 15वीं शताब्दी से इस प्रथागत तरीके से मनाया जाता रहा है और यह आयोजन हर गुजरते साल के साथ बड़ा होता जा रहा है। बुजुर्ग लोगों की भीड़ 'नागदास' (एक पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र) बजाती है और युवक बांस की डंडियों और तलवारों से बजने वाले संगीत की ताल को बजाने की कोशिश करते हैं। नृत्य की यह कला मेवाड़ क्षेत्र की विशेषता है और इसे गेर के नाम से जाना जाता है।
रंगतेरस का महत्व
रंगारंग जुलूस और उन्माद रंग तेरस के त्यौहार का उपयुक्त वर्णन करते हैं। कुछ क्षेत्रों में इसे होली समारोह के एक भाग के रूप में भी मनाया जाता है। होली एक रंगीन हिंदू त्यौहार है जो हिंदू कैलेंडर में फाल्गुन महीने के दौरान पूर्णिमा पर मनाया जाता है। इस महत्वपूर्ण त्यौहार का हिस्सा होने के नाते, रंग तेरस भी भाईचारे की भावना का जश्न मनाता है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और बिहार राज्यों में रंग तेरस अत्यंत उत्साह के साथ मनाया जाता है।
संबंधित जानकारियाँ
शुरुआत तिथि
चैत्र कृष्णा त्रयोदशी
समाप्ति तिथि
चैत्र कृष्णा त्रयोदशी
उत्सव विधि
होली समारोह, पूजा, भजन-कीर्तन।
महत्वपूर्ण जगह
श्रीनाथजी मंदिर, नाथद्वारा, राजस्थान, मध्य प्रदेश।
पिछले त्यौहार
7 April 2024, 19 March 2023, 30 March 2022
Updated: Sep 27, 2024 17:47 PM
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