नक्षत्रों के मेल से बनने वाले विशेष योग को पंचक कहा जाता है। जब चन्द्रमा, कुंभ और मीन राशि पर रहता है, तब उस समय को पंचक कहते हैं। ज्योतिष में पंचक को शुभ नक्षत्र नहीं माना जाता है। इसे अशुभ और हानिकारक नक्षत्रों का योग माना जाता है।
ज्योतिष के अनुसार पांच नक्षत्रों के संयोग को पंचक कहा जाता है। इन पांच नक्षत्रों में घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती हैं। पंचक का स्वामी ग्रह कुंभ और राशि मीन होती है। प्रत्येक माह आने वाले पंचक में इन पांच नक्षत्रों की भी गणना की जाती है।
संबंधित अन्य नाम | पंचक |
कारण | अशुभ और हानिकारक नक्षत्रों का योग |
उत्सव विधि | सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है |
Updated: Jul 24, 2024 06:02 AM
Festival | Date |
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सोमवार को 5;44am से | 16 September 2024 |
शुक्रवार को 5;15am तक | 20 September 2024 |
रविवार को 3;44pm से | 13 October 2024 |
बृहस्पतिवार को 4;20pm तक | 17 October 2024 |
शनिवार को 11;27pm से | 9 November 2024 |
बृहस्पतिवार को 3;11am तक | 14 November 2024 |
शनिवार को 5;07am से | 7 December 2024 |
बुधवार को 11;48am तक | 11 December 2024 |