🤫मौनी अमावस्या - Mauni Amavasya

Mauni Amavasya Date: Wednesday, 29 January 2025

मौनी शब्द मौन से उत्पन्न हुआ है यानी इस दिन मौन रहकर व्रत करना चाहिए। मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत धारण कर मन को संयमित करके काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि से दूर रखना चाहिए।

देवतागण प्रयागराज आकर अदृश्‍य रूप से संगम में स्‍नान करते हैं। वहीं मौनी अमावस्‍या के दिन पितृगण पितृलोक से संगम में स्‍नान करने आते हैं और इस तरह देवता और पितरों का इस दिन संगम होता है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है इसलिए इस दिन मौन रखकर गंगा स्नान का विशेष महत्व है।

प्रयागराज कुंभ मेले के दौरान, मौनी अमावस्या सबसे महत्वपूर्ण स्नान दिवस में से एक है, और इसे अमृत योग के दिन और कुंभ पर्व के दिन के रूप में जाना जाता है।

मान्यता है कि इसी दिन जैन संप्रदाय के प्रथम तीर्थंकार ऋषभ देव ने अपनी लंबी तपस्या का मौन व्रत तोड़ा था और संगम के पवित्र जल में स्नान किया था।

संबंधित अन्य नाममाघी अमावस्या
शुरुआत तिथिमाघ कृष्णा अमावस्या
कारणTo Porify Our Maan
उत्सव विधिSilence Fast, Ganga Shnan, River Bath, Daan, Donations, Bhajan, Kirtan
Read in English - Mauni Amavasya
By keeping the silence fast on the Mauni Amavasya, the mind should be kept away from work, anger, greed, attachment etc.

मौनी अमावस्या कब है?

शुक्रवार, 9 फरवरी 2024

माघ अमावस्या तिथि - 9 फरवरी 8:02am - 10 फरवरी 4:28am

संबंधित जानकारियाँ

भविष्य के त्यौहार
आवृत्ति
वार्षिक
समय
1 दिन
शुरुआत तिथि
माघ कृष्णा अमावस्या
समाप्ति तिथि
माघ कृष्णा अमावस्या
महीना
जनवरी / फरवरी
कारण
To Porify Our Maan
उत्सव विधि
Silence Fast, Ganga Shnan, River Bath, Daan, Donations, Bhajan, Kirtan
महत्वपूर्ण जगह
Kumbh, Prayagrag, Ganga Ghat, Rivers.
पिछले त्यौहार
9 February 2024, 21 January 2023, 1 February 2022

Updated: Sep 27, 2024 16:08 PM

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