➶खाटू श्याम जन्मदिन - Khatu Shyam Birthday

Khatu Shyam Birthday Date: Saturday, 1 November 2025

हिन्दू पंचांग के अनुसार श्री खाटू श्याम जी की जयंती प्रतिवर्ष कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इसी दिन देवउठनी एकादशी भी पड़ती है। इस दिन श्री खाटू श्याम जी की विधिवत पूजा के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के भोग भी अर्पित किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि श्री खाटूश्याम जी भगवान कृष्ण के कलियुगी अवतार हैं। राजस्थान के सीकर में श्री खाटू श्याम की भव्य मंदिर स्थापित है। मान्यता है कि यहां भगवान के दर्शन मात्र से ही हर मनोकामना पूरी हो जाती है।

कौन थे श्री खाटू श्याम जी?
शास्त्रों के अनुसार श्री खाटू श्याम जी का संबंध महाभारत काल से माना जाता है। वे पांडु के पुत्र भीम के पौत्र थे। श्री खाटू श्याम जी बहुत शक्तिशाली थे।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जब पांडव अपनी जान बचाते हुए एक जंगल से दूसरे जंगल में घूम रहे थे, तब भीम का सामना हिडिम्बा से हुआ। बाद में हिडिम्बा ने एक पुत्र को जन्म दिया जिसका नाम घटोत्कच रखा गया। बाद में घटोत्कच का एक पुत्र हुआ जिसका नाम बर्बरीक रखा गया। बर्बरीक को बाद में खाटू श्याम के नाम से जाना जाने लगा।

क्यों प्रसिद्ध है खाटू श्याम बाबा की कहानी?
महाभारत के युद्ध के दौरान, बर्बरीक ने श्री कृष्ण से भाग लेने की अनुमति मांगी। लेकिन श्रीकृष्ण युद्ध का परिणाम जानते थे। ऐसे में श्रीकृष्ण ने बर्बरीक को रोकने के लिए उनसे दान मांगा और उसमें सिर मांगा। बर्बरीक ने बिना देर किए उन्हें अपना सिर दान कर दिया।

बर्बरीक (खाटू श्याम) के महान बलिदान से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने बर्बरीक को वरदान दिया कि कलियुग में तुम श्याम कहलाओगे। वरदान देने के बाद, उनके सिर को खाटू नगर (वर्तमान राजस्थान राज्य के सीकर जिला) में दफनाया गया था, इसलिए उन्हें खाटू श्याम बाबा कहा जाता है।

ऐसा माना जाता है कि एक गाय उस स्थान पर आई थी और प्रतिदिन अपने आप उसके स्तनों से दूध बहा रही थी। बाद में जब उस जगह की खुदाई की गई तो वहां सिर दिखाई दिया, जिसे कुछ दिनों के लिए एक ब्राह्मण को सौंप दिया गया है। एक बार खाटू नगर के राजा को सपने में मंदिर बनवाने और शीश मंदिर में उसे सुशोभित करने की प्रेरणा मिली। तो उस स्थान पर मंदिर बनाया गया और शीश मंदिर में कार्तिक मास की एकादशी को सजाया गया। इसलिए हमेशा देवउठनी एकादशी के दिन श्री खाटूश्याम जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है।

संबंधित अन्य नामखाटू श्याम जन्मोत्सव, खाटू श्याम जयंती
शुरुआत तिथिकार्तिक शुक्ला एकादशी
कारणश्री खाटू श्याम अवतरण।
उत्सव विधिश्री रामचरितमानस का पाठ, संगोष्ठी और सेमिनार, भजन-कीर्तन, ब्राह्मण भोज।
Read in English - Khatu Shyam Birthday
According to the Hindu calendar, the birth anniversary of Shri Khatu Shyam ji is celebrated every year on the Ekadashi of Shukla Paksha of Kartik month. Devuthani Ekadashi also falls on this day. On this day, along with the duly worship of Shri Khatu Shyam ji, various types of bhog are also offered. It is believed that Shri Khatushyam ji is the Kali Yugi incarnation of Bhagwan Shri Krishna. A grand temple of Shri Khatu Shyam is established in Sikar, Rajasthan. It is believed that every wish gets fulfilled just by having the darshan of God here.

संबंधित जानकारियाँ

भविष्य के त्यौहार
आवृत्ति
वार्षिक
समय
1 दिन
शुरुआत तिथि
कार्तिक शुक्ला एकादशी
महीना
अक्टूबर / नवंबर
कारण
श्री खाटू श्याम अवतरण।
उत्सव विधि
श्री रामचरितमानस का पाठ, संगोष्ठी और सेमिनार, भजन-कीर्तन, ब्राह्मण भोज।
महत्वपूर्ण जगह
घर, मंदिर, श्री खाटू श्याम मंदिर, ।
पिछले त्यौहार
12 November 2024, 23 November 2023, 4 November 2022

Updated: Sep 27, 2024 15:53 PM

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