🪔देव दिवाली - Dev Diwali

Dev Diwali Date: Wednesday, 5 November 2025

देव दिवाली वाराणसी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध त्यौहार है। इसी तिथि को भगवान शिव ने राक्षस त्रिपुरासुर का वध कर देवतों को इस राक्षस के आतंक एवं भय से मुक्त किया था। इसी विजय की खुशी में, देवलोक से सभी देवी-देव गण पवित्र वाराणसी नगरी में इस उत्सव को मानने हेतु पधारते हैं।

इसलिए आगंतुक देवी-देवों के सम्मान में कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को काशी में बहुत साज-सज्जा की जाती है, तथा गंगा घाटों एवं मंदिरों को सजाकर वहाँ दीपक जला कर दीपावली मनाई जाती है। इसी कारण यह त्यौहार जान मानस के बीच देव-दिवाली के नाम से प्रसिद्ध है। हिंदू धर्म में दिवाली की तरह देव दीपावली का भी महत्व है। देव दिवाली का यह पर्व दीपावली के ठीक 15 दिन बाद मनाया जाता है। देव दीपावली की रात गंगा घाट का नजारा मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है।

संबंधित अन्य नामदेव दीपावली, त्रिपुरारी पूर्णिमा, कार्तिक पूर्णिमा
शुरुआत तिथिकार्तिक शुक्ला पूर्णिमा
कारणVictory of Lord Shiva over Tripurasur.
उत्सव विधिFast, Shiv Pujan, Liting Deepak, Dip in Ganges.
Read in English - Dev Diwali
Dev Diwali is a famous festival celebrated in Varanasi and Eastern Uttar Pradesh. On this date, Bhagwan Shiva killed the demon Tripurasur and freed the deities from the terror and fear of this demon.

देव दीपावली मुहूर्त

देव दीपावली मुहूर्त 2023: [दिल्ली]
रविवार, नवम्बर 26, 2023
प्रदोषकाल देव दीपावली मुहूर्त : 5:08pm - 7:47pm

पूर्णिमा तिथि : 26 नवम्बर 2023 3:53pm - 27 नवम्बर 2023 2:45pm

देव दिवाली का महत्व

पौराणिक कथा के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध किया था। त्रिपुरासुर के वध के बाद सभी देवी-देवताओं ने मिलकर खुशी मनाई थी। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव शंकर के साथ सभी देवी-देवता धरती पर आते हैं और दीप जलाकर खुशियां मनाते हैं। यही कारण है कि काशी में कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।

देव दीपावली पर दीप दान का महत्व

शास्त्रों में देव दीपावली के दिन गंगा स्नान करने का बहुत महत्व बताया गया है। माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से पूरे वर्ष शुभ फल मिलता है साथ ही इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने के बाद दीपदान करना शुभ होता है।

संबंधित जानकारियाँ

भविष्य के त्यौहार
आवृत्ति
वार्षिक
समय
1 दिन
शुरुआत तिथि
कार्तिक शुक्ला पूर्णिमा
महीना
नवंबर
कारण
Victory of Lord Shiva over Tripurasur.
उत्सव विधि
Fast, Shiv Pujan, Liting Deepak, Dip in Ganges.
महत्वपूर्ण जगह
Varanasi, Kashi, Shiv Mandir.
पिछले त्यौहार
15 November 2024, 26 November 2023, 7 November 2022, 19 November 2021, 29 November 2020

Updated: Nov 15, 2024 15:41 PM

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