🐅विपदतारिणी पूजा - Bipadtarini Puja

Bipadtarini Puja Date: Saturday, 12 July 2025

विपदतारिणी पूजा देवी शक्ति को समर्पित एक शुभ उपासना है जो देवी काली की भी अभिव्यक्ति करता है। विपद तारिणी पूजा, रथ यात्रा के बाद और बहुदा रथ के यात्रा से पहले हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की मंगलबार और शनिबार के दिन मनाया जाता है। यह पूजा मुख्यतः बंगाल, ओडिशा, असम के क्षैत्र में मनाई जाती है। बंगाली समाज की महिलाओं द्वारा विशेष तौर पर माँ विपदतारिणी की पूजा श्रद्धापूर्वक प्रत्येक बर्ष की जाती है।

कैसे की जाती है विपदतारिणी व्रत पूजा
❀ ब्रत करने के एक दिन पहले, जो महिलाएं व्रत रखना चाहती हैं उन्हें केवल शाकाहारी भोजन का सेवन ही करना चाहिए।
❀ माता के व्रत के दिनों, प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
❀ पूरे घर की अच्छे से साफ-सफाई करें और गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करें।
❀ इसके साथ ही माता विपद तारिणी जी की पूजा करें।
❀ नैवेद्य के रूप में देवी को 13 प्रकार के फल, फूल, मिष्ठान का भोग लगाया जाना चाहिए। देवी की पूजा गुड़हल के फूल से की जाती है, जो सौभाग्य को देने वाला है।
❀ व्रत करने वाली महिलाएं अपने बाएं हाथ में चौदह गांठों के साथ लाल रंग का पवित्र धागा पहनती हैं। यदि पुरुष व्रत करते हैं, तो उन्हें यह धागा दाहिने हाथ में पहनना चाहिए।
❀ इस दौरान मंदिरों में पुजारी द्वारा माँ विपदतारिणी की व्रत कथा भी सुनाई जाती है जिसे व्रती को श्रद्धापूर्वक सुनना चाहिए।

प्रचलित मान्यता यह है कि जो लोग व्रत का विधि पूर्वक पालन करते हैं उन्हें देवी विपदतारिणी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और वे परिवार को सभी प्रकार के संकटों से बचाने में सक्षम होजाते हैं।

संबंधित अन्य नामBipadtarini Puja, Bipadtarini Vrat, Bipadtarini Vrat Katha, Bengali Festival
शुरुआत तिथिआषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की मंगलबार और शनिबार
कारणमां बिपदतारिणी
उत्सव विधिघर में प्रार्थना, शक्ति मंदिर में प्रार्थना, माँ बिपादतारिणी की कथा
Read in English - Bipadtarini Puja
Bipadtarini Puja is an auspicious worship dedicated to Devi Shakti who is also a manifestation of Goddess Kali. Bipadtarini Puja is celebrated on Tuesday-Saturday in the month of Asadh Sukla Paksha according to the Hindu calendar, after the Rath Yatra and often before the Bahuda Rath Yatra. This puja is mainly celebrated in the region of Bengal, Odisha, Assam. Maa Bipadtarini is celebrated every year with special devotion by the women of Bengali society.

संबंधित जानकारियाँ

आगे के त्यौहार(2025)
12 July 202515 July 202519 July 202522 July 202526 July 20255 August 20259 August 2025
आवृत्ति
वार्षिक
समय
2 दिन
शुरुआत तिथि
आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की मंगलबार और शनिबार
महीना
जून - जुलाई
मंत्र
जय मां बिपदतारिणी
कारण
मां बिपदतारिणी
उत्सव विधि
घर में प्रार्थना, शक्ति मंदिर में प्रार्थना, माँ बिपादतारिणी की कथा
महत्वपूर्ण जगह
पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा
पिछले त्यौहार
2 August 2024, 29 July 2024, 20 July 2024, 16 July 2024, 13 July 2024, 9 July 2024, 6 July 2024, 1 July 2023, 27 June 2023, 24 June 2023

Updated: Sep 28, 2024 12:09 PM

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विपदतारिणी पूजा 2025 तिथियाँ

FestivalDate
12 July 2025
15 July 2025
19 July 2025
22 July 2025
26 July 2025
5 August 2025
9 August 2025