लता मंगेशकर जी - शत् शत् नमन (Rip Lata Mangeshkar - Shat Shat Naman)

भारत की कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन पर उन्हें शत् शत् नमन। उनके द्वारा गाये हुए भजनों को सुनकर भक्त अक्सर भाव विभोर हो जाते हैं। आइये उनके द्वारा गाये हुए कुछ भजनों को सुनते हैं। यही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ - माँ संतोषी भजन
छोटी-छोटी कन्याएं: भजन
वंदना: ज्ञान का दान ही सबसे बड़ा हैं
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां: भजन
करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं - माँ संतोषी भजन
भजन: बृन्दावन का कृष्ण कन्हैया
वंदना: ज्ञान का दान ही सबसे बड़ा हैं
श्री हनुमान जी आरती
श्री बजरंग बाण पाठ
श्री राम स्तुति: श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन
प्रभू तेरो नाम
वंदना: ज्ञान का दान ही सबसे बड़ा हैं
Rip Lata Mangeshkar - Shat Shat Naman - Read in English
Tributes to the Nightingale of India Lata Mangeshkar ji on her death. Devotees often get emotional after listening to the hymns sung by him. Let us listen to some of the hymns sung by him. This will be his true tribute.
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महा शिवरात्रि विशेष 2025

बुधवार, 26 फरवरी 2025 को संपूर्ण भारत मे महा शिवरात्रि का उत्सव बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाएगा। महा शिवरात्रि क्यों, कब, कहाँ और कैसे? | आरती: | चालीसा | मंत्र | नामावली | कथा | मंदिर | भजन

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महाशिवरात्रि व्रत अत्यंत शुभ और दिव्य है। इससे अनित्य भोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस शिवरात्रि व्रत को व्रतराज के नाम से जाना जाता है। 11 March 2021

मासिक शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या अंतर है?

मासिक शिवरात्रि और महाशिवरात्रि दोनों में ही भगवान शिव की पूजा का विधान है, लेकिन फिर भी दोनों को एक दूसरे से अलग माना जाता है।

महाशिवरात्रि में क्यों उजागर रहते हैं लोग?

महाशिवरात्रि में क्यों उजागर रहते हैं लोग? महा शिवरात्रि मुख्य रूप से एक हिंदू त्योहार है, जो भगवान शिव के सम्मान में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। महा शिवरात्रि, का शाब्दिक अर्थ है

विविध: आर्य समाज के नियम

ईश्वर सच्चिदानंदस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, दयालु, अजन्मा, अनंत, निर्विकार, अनादि, अनुपम, सर्वाधार, सर्वेश्वर, सर्वव्यापक, सर्वांतर्यामी, अजर, अमर, अभय, नित्य, पवित्र और सृष्टिकर्ता है, उसी की उपासना करने योग्य है।