हनुमान जी का रहस्य: हनुमानजी के चरणों के नीचे कौन रहता है? (Mystery of Hanuman Ji: Who lives under the feet of Hanumanji?)

हनुमान जी से जुड़े ऐसे कई रहस्य हैं जो आज भी पहेली बने हुए हैं। इन्हीं रहस्यों में से एक है उनके चरणों के नीचे कौन निवास करता है। हिन्दू धर्म में हनुमान जी को परम भक्त और परम देव माना जाता है। वहीं हनुमान जी भी बड़े रहस्यमयी हैं। धार्मिक ग्रंथों में हनुमान जी से जुड़े कई रहस्यों का वर्णन मिलता है। इन्हीं में से एक है जो हनुमान जी के पैरों के नीचे है।
आइए जानते हैं हनुमान जी के रहस्य को विस्तार से
पौराणिक कथा के अनुसार जब शनि देव को भगवान शिव ने कर्म दाता के रूप में नियुक्त किया था, तो शुरुआत में सब कुछ सुचारू रूप से चल रहा था लेकिन धीरे-धीरे शनि देव को अपनी शक्तियों पर गर्व होने लगा, जिसने पृथ्वी के निवासी का रूप धारण कर लिया। उन्हें भयंकर क्रोध और अनावश्यक दंड के प्रकोप को जीतना पड़ा।

इसी बीच हनुमान जी पृथ्वी भ्रमण के लिए निकले, जहां उन्होंने देखा कि पृथ्वी पर ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जो अकारण और बिना किसी अपराध के शनि देव के कोप से परेशान न हो। शनिदेव के कोप का प्रकोप पृथ्वी पर मनुष्यों ने और स्वर्ग में देवताओं ने पैदा किया था। यह देखकर हनुमान जी शनिदेव से मिलने और उन्हें समझाने उनके लोक पहुंचे।

हनुमान जी शनि देव से मिले और उन्हें पृथ्वी और स्वर्ग का हाल बताया और शनिदेव से प्रार्थना की कि वे उनके क्रोध को शांत करें और किसी को अनावश्यक दंड न दें। जो दंड के अधिकारी हैं उन्हें ही अशुभ फल देते हैं, लेकिन शनि देव अपनी शक्तियों के मत में इतने मग्न थे कि उन्हें अपनी भूल का आभास ही नहीं हुआ। उन्होंने हनुमान जी का अपमान किया।

हनुमान जी के समझाने पर भी उन्होंने विनम्रता के बजाय क्रोध में दुव्र्यवहार किया, जिसके बाद हनुमान जी ने शनिदेव को उनकी गलती का अहसास कराकर सही रास्ते पर वापस लाने का फैसला किया, जिसके बाद हनुमान जी वहां पहुंचे। हनुमान जी और शनिदेव के बीच भीषण युद्ध हुआ। माना जाता है कि यह युद्ध कई महीनों तक चला था। शनि देव की शक्ति क्षीण होने लगी थी।

जब शनिदेव ने देखा कि हनुमान जी अत्यंत क्रोधित हैं तो शनिदेव वहां से भागकर एक स्थान पर जा छिपे। शनिदेव को युक्ति समझ में आ गई कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं और स्त्रियों पर बल प्रयोग बिल्कुल नहीं करते इसलिए वे स्त्री का वेश बनाकर हनुमान जी के चरणों में जाकर क्षमा याचना करने लगे, जिसके बाद हनुमान जी ने उन्हें अभय दान दिया। मान्यता है कि तभी से शनिदेव का हनुमान जी के चरणों में वास माना जाता है।

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मंत्र / नामावली:
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108 फुट संकट मोचन धाम, दिल्ली
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पनकी हनुमान मंदिर, कानपुर
रामचंडी हनुमान मंदिर, पुरी

भोग, प्रसाद बनाने की विधि:
चूरमा के लड्‍डू
साबूदाने की खीर
Mystery of Hanuman Ji: Who lives under the feet of Hanumanji? - Read in English
There are many such mysteries related to Hanuman ji which remain a puzzle even today. One of these mysteries is who resides under his feet. In Hindu religion, Hanuman ji is considered as the supreme devotee and supreme god.
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