मार्गशीर्ष हिंदू कैलेंडर में नौवां महीना है, जिसे हिंदुओं के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार "मासोनम मार्गशीर्षोहम्" का अर्थ है कि मार्गशीर्ष के समान शुभ कोई दूसरा महीना नहीं है।
मार्गशीर्ष मास का महत्व
हिंदू संस्कृति में इस माह का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, मासोनम मार्गशीर्षोहम का अर्थ है कि कोई अन्य महीना मार्गशीर्ष के समान शुभ नहीं है, इसे सबसे शुभ महीनों में से एक माना जाता है।
मार्गशीर्ष के महीने में लक्ष्मी के अलावा भगवान कृष्ण की भी पूजा की जाती है।
मार्गशीर्ष मास का पर्व
मार्गशीर्ष मास एक पवित्र महीना है जिसका शास्त्रों में पूरी तरह से वर्णन किया गया है। एकादशी या द्वादशी का व्रत करने वाले सभी पापों से मुक्त हो जाते हैं और उनके लिए स्वर्ग के द्वार खुल जाते हैं। मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर चंद्रमा भगवान की पूजा की जाती है। मार्गशीर्ष मास का एक मुख्य महत्व मृत पूर्वजों को प्रसन्न करना है। मार्गशीर्ष मास अपने पूर्वजों की शांति और मोक्ष प्राप्ति के लिए तर्पण और पितृ पूजा करने के लिए शुभ होता है। अमावस्या का व्रत करते समय भक्त न केवल इंद्र, शिव, सूर्य, अग्नि जैसे देवताओं बल्कि पक्षियों, जानवरों और दुष्टों को भी प्रसन्न करते हैं।
मार्गशीर्ष मास 2024
इस वर्ष मार्गशीर्ष मास की गणना 16th नवंबर से 15th दिसंबर 2024 तक है।
मार्गशीर्ष मास 2024 व्रत, त्यौहार, जयंती और उत्सव
16th शनिवार नवंबर 2024 - वृश्चिक संक्रान्ति, इष्टि
18th सोमवार नवंबर 2024 -
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
22nd शुक्रवार नवंबर 2024 -
कालभैरव जयन्ती
26th मंगलवार नवंबर 2024 - उत्पन्ना एकादशी
28th बृहस्पतिवार नवंबर 2024 -
प्रदोष व्रत
30th शनिवार नवंबर 2024 - दर्श अमावस्या
01st रविवार दिसंबर 2024 - अन्वाधान,
मार्गशीर्ष अमावस्या
02nd सोमवार दिसंबर 2024 - इष्टि
03rd मंगलवार दिसंबर 2024 - चन्द्र दर्शन
06th शुक्रवार दिसंबर 2024 -
विवाह पञ्चमी
07th शनिवार दिसंबर 2024 -
चम्पा षष्ठी
08th रविवार दिसंबर 2024 - भानु सप्तमी
11th बुधवार दिसंबर 2024 -
गीता जयन्ती, मोक्षदा एकादशी
13th शुक्रवार दिसंबर 2024 - प्रदोष व्रत
14th शनिवार दिसंबर 2024 -
दत्तात्रेय जयन्ती,
15th रविवार दिसंबर 2024 -
मार्गशीर्ष पूर्णिमा, अन्वाधान