बनाने की विधि:
साबूदाना को एक बर्तन में साफ पानी में डाल कर निकाल लेते है धुले हुए साबूदानों को आधा कप पानी डाल कर ५ से६ घंटे के लिए भिगोने रख देते हैं।
पांच-छह घंटे के बाद जब साबूदाने फूल जाए तब इनको हाथ या चम्मच से चलाते हुए अलग-अलग कर लेते हैं। अब एक भारी तली की कढ़ाई में आधी चम्मच घी डाल कर मध्यम आंच पर गरम कर मूंगफली को डाल कर हल्का गुलाबी होने तक भून कर किसी अन्य बर्तन में निकाल लेते हैं।
अब इसी कढ़ाई में दो बड़ी चम्मच घी डाल कर मध्यम आंच पर गरम करते हैं।जब घी गरम हो जाए तब इसमें जीरा डाल कर चिटका लेते हैं। फिर इसमें करी पत्ता व हरी मिर्च को डाल कर दस से पंद्रह सेकंड तक भून लेते हैं। कटे हुए आलुओं को भी डाल कर कलछी से चलाते हुए दो-तीन मिनट तक भून लेते हैं। इसमें काली मिर्च पाउडर और कटे हुए टमाटर डाल कर मिला देते हैं. और आंच को धीमा कर इसमें साबूदाने डाल कर दो मिनट तक चलाते हुए हल्दी पाउडर व नमक को भी डाल कर अच्छी तरह मिला लेते हैं।
इसके बाद दो मिनट के लिए साबुदाने को ढक कर पकाते हैं। दो मिनट के बाद ढ़क्कन हटा कर साबूदाना को कलछी से चलाने के बाद फिर दो तीन मिनट तक ढक कर पकाते हैं।दो-तीन मिनट के बाद जब ढक्कन को हटा कर देखते हैं। अब साबुदाने पारदर्शी हो गए हैं तो इसमे भूनी हुई मूंगफली के दाने,बारीक कटी हरी धनियां, नींबू का रस डाल कर अच्छी तरह मिला कर दो-तीन मिनट तक फिर से पका लेते हैं। फिर गैस को बन्द कर देते हैं। खिचड़ी को किसी अन्य बर्तन में निकाल लेते हैं।इस प्रकार से भोग लगाने के लिए साबुदाने की खिचड़ी तैयार हो जाती है।
आवश्यक सामग्री:
एक कप साबूदाना
दो तीन बड़ी चम्मच घी
आधा कप मूंगफली के दाने
एक बड़ा उबला आलू
एक टमाटर
दो बारीक कटी हरी मिर्च
एक चौथाई कप कटा हुआ धनियां
आठ दस करी पत्ता
आधा नींबू का रस
आधा चमंच जीरा
एक चौथाई चम्मच हल्दी पाउडर
आधी चम्मच काली मिर्च
नमक स्वादानुसार