बनाने की विधि:
एक सकरे बर्तन (परात) में गेहूं का आटा व सूजी मिला लेते हैं। अब इस आटे को पिघले हुए घी में डाल कर अच्छी तरह से मिला लेते हैं। जब आटे में घी मिल जाए तब इसमें थोड़ा सा दूध को डालकर सख्त आटा गूंथ कर तैयार कर लेते हैं। और एक घंटे के लिए आटे को अच्छी तरह ढक कर रख देते हैं। एक घंटे के बाद गुंदे आटे में से एक नीबू के आकर के बराबर की लोइयां तोड़ लेते हैं।
और इन लोइयों को दोनों हाथों की हथेलियों के बीच मे रख कर दवा कर चपटा कर लेते हैं। एक कढ़ाई में घी डाल कर धीमी आंच पर हल्का गर्म होने के बाद इसमें लोइयों को डाल कर तल लेते हैं। जब ये लोइयां दोनों तरफ सुनहरी हो जाए तब इनको एक थाली निकाल लेते हैं और ठंडा होने देते हैं।
ठंडी हो जाने के बाद इन लोइयों को टुकड़ों में तोड़ कर मिक्सर में डाल कर बारीक पीस लेते हैं और चूरमा को एक छलनी की सहायता से छान लेते हैं। जब सारा चूरमा बन जाए तब इस चूरमा को एक कढ़ाई में धीमी आंच पर घी डाल कर कलछी से चलाते हुए थोड़ा और भून लेते हैं।
भून जाने के बाद इसको एक बर्तन में निकाल कर उसमें बूरा, काजू के टुकड़े (अन्य मेवा) व इलाइची पाउडर डाल कर अच्छी तरह मिला लेते हैं। अब इस मिश्रण से हाथों की सहायता से लड्डू बना लेते हैं। इस प्रकार भोग के लिए चूरमा के लड्डू तैयार हो जाते हैं।
आवश्यक सामग्री:
गेहूं का आटा, सूजी, घी, दूध, बूरा(तगार**)
काजू, इलाइची, अन्य मेवा
संबंधित अन्य नाम:
चूरमा लडवा, राजस्थानी चूरमा लड्डू
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तगार: बूरा ना मिलने की कंडीशन में, तगार का प्रयोग किया जा सकता है।