अच्युत गोपी अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहते हैं। वह हिंदू धर्म में आस्था रखती हैं और भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन रहती हैं। वह भगवान कृष्ण के भक्ति गीत इतनी मधुरता से गाती हैं कि लोग दूर-दूर से उनके भजन सुनने आते हैं। उनका परिवार भी भगवान कृष्ण को बहुत मानता है.
अच्युत गोपी की जीवनी
नाम: अच्युत गोपी
गुरु: गदाधर पंडिता
आराध्य: श्रीकृष्ण
स्थान: अमेरिका
धर्म: हिंदू
अनुयायी: इस्कॉन
शौक: लिखना, कृष्ण भक्ति कीर्तन करना
व्यवसाय: लेखक, आध्यात्मिक संपर्क निर्माता, कीर्तन भक्ति
प्रसिद्ध: कृष्ण की भक्ति में लीन और उनका कीर्तन करते हुए।
अच्युत गोपी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कहाँ प्राप्त की?
अच्युत गोपी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा टैलेंटेड अनलिमिटेड हाई स्कूल से की, जहाँ उन्होंने ड्रामा मेजर कोर्स किया। 2007 में, उन्होंने हंटर कॉलेज में क्रिएटिव राइटिंग इंग्लिश का अध्ययन किया। बचपन से ही उनकी रुचि आध्यात्मिक कहानियों और भगवान की भक्ति में थी, इसलिए उन्होंने इस्कॉन में आध्यात्मिकता की पढ़ाई की। वह हमेशा भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन रहती हैं।
अच्युत गोपी का सबसे अच्छा भजन कौन सा है?
अच्युत गोपी हर समय कृष्ण के भजन गाती रहती हैं। उन्हें कृष्ण के भजन गाना बहुत पसंद है। वह कई शहरों में कृष्ण के भजन गाती हैं और कीर्तन कार्यशाला संचालक के रूप में भी काम करती हैं।
भारत में विवादास्पद गीत "हर हर शंभू'' उनके द्वारा लिखा गया था और बाद में इस गीत को अभिलिप्सा पांडा ने गाया था।
अच्युत गोपी भजन कीर्तन करने के साथ-साथ लेखक भी हैं। उन्हें अपने भक्ति गीतों के लिए कई पुरस्कार भी मिले हैं। उन्होंने बताया है कि उनके जीवन का उद्देश्य कीर्तन के माध्यम से भगवान की भक्ति में लीन रहना है। वह बचपन से ही भगवान से प्रेम करती रही हैं। एक दूसरे पर विश्वास है।
अच्युत गोपी का पूरा परिवार हिंदू धर्म का पालन करता है और वह हमेशा कृष्ण भक्ति में लीन रहती हैं और उनका परिवार भी हमेशा उनका समर्थन करता है।