भजन: शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है। (Shiv Uthat Shiv Chalat Shiv Sham Bhor Hai)


शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है।
शिव बुद्धि, शिव चित्त, शिव मन विभोर है॥ ॐ ॐ ॐ...
शिव रात्रि, शिव दिवस, शिव स्वप्न-शयन है।
शिव काल, शिव कला, शिव मास-अयन है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव शब्द, शिव अर्थ, शिवहि परमार्थ है।
शिव कर्म, शिव भाग्य, शिवहि पुरुषार्थ है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव स्नेह, शिव राग, शिवहि अनुराग है।
शिव कली, शिव कुसुम, शिवहि पराग है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव भोग, शिव त्याग, शिव तत्व-ज्ञान है।
शिव भक्ति, शिव प्रेम, शिवहि विज्ञान है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष, शिव परम साध्य है।
शिव जीव, शिव ब्रह्म, शिवहि आराध्य है॥ ॐ ॐ ॐ...

Read Also:
» कब, कैसे, कहाँ मनाएँ शिवरात्रि? | द्वादश(12) शिव ज्योतिर्लिंग!
» दिल्ली और आस-पास के प्रसिद्ध शिव मंदिर - Famous Shiv Mandir of Delhi NCR
» दिल्ली और आस-पास के मंदिरों मे शिवरात्रि की धूम-धाम - Temple celebrates Shivratri in Delhi NCR
» आरती: श्री शिव, शंकर, भोलेनाथ | चालीसा: श्री शिव जी | भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
Shiv Uthat Shiv Chalat Shiv Sham Bhor Hai - Read in English
Shiv Uthat, Shiv Chalat, Shiv Sham-Bhor Hai। Shiv Buddhi, Shiv Chitt, Shiv Man Vibhor Hai॥ ॐ
Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanTerash BhajanTriyodashi Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं: भजन

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं। मेरे नयनो के तारे है। सारे जग के रखवाले है...

है पावन शिव का धाम हरिद्वार - भजन

कल कल कल जहाँ निर्मल बहती, माँ गंगा की धार, है पावन शिव का धाम हरिद्वार, हैं पावन शिव का धाम हरिद्वार ॥

तेरी पूजा मे मन लीन रहे: भजन

तेरी पूजा मे मन लीन रहे, मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा, मीट जाये जन्मों की तृष्णा, श्री राम मिले जो प्यार तेरा ॥

कैलाश के निवासी नमो बार बार हूँ

कैलाश के निवासी नमो बार बार हूँ, आये शरण तिहारी प्रभु तार तार तू

मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले: भजन

मुझे कौन जानता था, तेरी बंदगी से पहले, मैं भुजा हुआ दिया था..