भजन: शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है। (Shiv Uthat Shiv Chalat Shiv Sham Bhor Hai)


शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है।
शिव बुद्धि, शिव चित्त, शिव मन विभोर है॥ ॐ ॐ ॐ...
शिव रात्रि, शिव दिवस, शिव स्वप्न-शयन है।
शिव काल, शिव कला, शिव मास-अयन है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव शब्द, शिव अर्थ, शिवहि परमार्थ है।
शिव कर्म, शिव भाग्य, शिवहि पुरुषार्थ है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव स्नेह, शिव राग, शिवहि अनुराग है।
शिव कली, शिव कुसुम, शिवहि पराग है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव भोग, शिव त्याग, शिव तत्व-ज्ञान है।
शिव भक्ति, शिव प्रेम, शिवहि विज्ञान है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष, शिव परम साध्य है।
शिव जीव, शिव ब्रह्म, शिवहि आराध्य है॥ ॐ ॐ ॐ...

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Shiv Uthat Shiv Chalat Shiv Sham Bhor Hai - Read in English
Shiv Uthat, Shiv Chalat, Shiv Sham-Bhor Hai। Shiv Buddhi, Shiv Chitt, Shiv Man Vibhor Hai॥ ॐ
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हुई गलियों में जय जयकार - भजन

नाची मन में उमंग, भरा खुशियों ने रंग, नाची मन में उमंग, भरा खुशियों ने रंग, गूंजी गणपति तेरी जयकार, आया गणपति तेरा त्यौहार, हुई गलियों में जय जयकार, आया गणपति तेरा त्यौहार ॥

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रिद्धि सिद्धि के संग में, हे गौरी लाल पधारो, सब बाधा विघन मिटा कर, सब बाधा विघन मिटा कर, मेरे कारज सभी संवारो, रिद्धि सिद्धी के संग में, हे गौरी लाल पधारो ॥

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गणपति के चरणो में, ध्यान लगा ले रे ॥

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