शिव जी भुला रहे है शिव धाम को चलो,
घट भर के गंगा जल से कावड़ लिए भरो,
शिव जी भुला रहे है शिव धाम को चलो ॥
भगवान शिव की महिमा जग में बहुत बड़ी है,
शिव द्वार जो भी आता बिगड़ी सब की बनी है,
मंदिर की सारी सीढ़ियां बम बोल के चलो,
शिव जी भुला रहे है शिव धाम को चलो ॥
शिव पूजा हम करेंगे शिव ध्यान हम करेंगे,
कावड़ियाँ की तपस्या शिव जी से हम करेगे,
शिव जी तो महदानी है चरणों में गिर पड़ो,
शिव जी भुला रहे है शिव धाम को चलो ॥
BhaktiBharat Lyrics
शिव नाम की जो कावड़ कंधे उठा चले है,
दुनिया की सारी खुशिया झोली में पा गये है,
आवाज मन से मुक्ति का आशीष शिव से लो,
शिव जी भुला रहे है शिव धाम को चलो ॥