शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे ।
मूरत ऐसी जिस के सर से,
निकले गंगा धरा ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ वो डमरू वाला,
तन पे पहने मृग की छाला ।
रात मेरे सपनो में आया,
आ के मुझ को गले लगाया ।
गले लगा कर मुझ से बोला,
मैं हूँ तेरा रखवाला ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे ।
मूरत ऐसी जिस के सर से,
निकले गंगा धरा ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ वो मेरा स्वामी,
मैं उस के पट की अनुगामी ।
वो मेरा है तारण हारा,
उस से मेरा जग उजारा ।
है प्रभु मेरा अन्तर्यामी,
सब का है वो रखवाला ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे ।
मूरत ऐसी जिस के सर से,
निकले गंगा धरा ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
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