संकट में लक्ष्मण है,
ये राम ने मान लिया,
संजीवनी लाने का,
हनुमान को काम दिया,
राम की आँखों से आंसू बहे,
राम की आँखों से आंसू बहे ॥
श्री राम ने लक्ष्मण को,
गोदी में सुलाया है,
असुवन की धारा से,
जख्मो को भिगोया है,
श्री राम के आंसू ने,
अमृत का काम किया,
संजीवनी लाने का,
हनुमान को काम दिया,
राम की आँखों से आंसू बहे,
राम की आँखों से आंसू बहे ॥
श्री राम का लक्ष्मण ने,
पग पग पर साथ दिया,
वो छोड़ के सब वैभव,
भाई संग वन में गया,
श्री राम ने लक्ष्मण के,
त्यागो को याद किया,
संजीवनी लाने का,
हनुमान को काम दिया,
राम की आँखों से आंसू बहे,
राम की आँखों से आंसू बहे ॥
संजीवनी लाकर के,
लक्ष्मण को बचाया है,
हनुमान ने रघुकुल के,
संकट को मिटाया है,
संकट मोचन ‘केशव’,
श्री राम ने नाम दिया,
संजीवनी लाने का,
हनुमान को काम दिया,
राम की आँखों से आंसू बहे,
राम की आँखों से आंसू बहे ॥
संकट में लक्ष्मण है,
ये राम ने मान लिया,
संजीवनी लाने का,
हनुमान को काम दिया,
राम की आँखों से आंसू बहे,
राम की आँखों से आंसू बहे ॥