राधा कौन से पुण्य किये तूने - भजन (Radha Kon Se Punya Kiye Tune)


राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥
राधा जब सोलह शृंगार करे,
प्रभ दर्पण आप दिखाते है,
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥

राधा जब पनघट पे जावे,
प्रभु मटकी आप उठाते है,
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥

राधा जब भोग तैय्यार करे,
हरी आकर भोग लगाते है,
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥

राधा जब कुँजन मे जावे,
प्रभु आकर रास रचाते है,
राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥

राधा कौन से पुण्य किये तूने,
जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥
Radha Kon Se Punya Kiye Tune - Read in English
Radha Kaun Se Puny Kiye Tune, Jo Hari Roj Tere Ghar Aate Hain ॥ Radha Jab Solah Shringar Kare,...
Bhajan Shri Krishna BhajanBrij BhajanJanmashtami BhajanBaal Krishna BhajanBhagwat BhajanLaddu Gopal BhajanRadhashtami BhajanShri Radha Krishna BhajanFagan Mela BhajanShri Shayam BhajanKhatu Shyam BhajanIskcon Bhajan

अन्य प्रसिद्ध राधा कौन से पुण्य किये तूने - भजन वीडियो

राधा कौन से पुण्य किये तूने - डॉ अनुराधा पौडवाल

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

जो भजे हरि को सदा - भजन

जो भजे हरि को सदा, सोहि परम पद पायेगा, देह के माला..

थारे बिन मैया कुण म्हारो है दादी: भजन

थारे बिन मैया कुण म्हारो है, थारे बिण मैया कुण म्हारो है, दादी थारो ही अब सहारो है, दादी थारो ही अब सहारो है ॥

म्हारी दादी जगत सेठाणी: भजन

म्हारी दादी जगत सेठाणी, म्हारो मौज करे परिवार, म्हारी दादी जी, मांग लेवा दादी से जद भी, मांग लेवा दादी से जद भी, पड़े कोई दरकार, म्हारी दादी जी, म्हारी दादी जगत सेठानी, म्हारो मौज करे परिवार, म्हारी दादी जी ॥

आया माँ का संदेशा आज, चलो: भजन

आया माँ का संदेशा आज, चलो माँ के भवन को भक्तों, चलो माँ के भवन को भक्तों, आया मां का संदेशा आज, चलो माँ के भवन को भक्तों ॥

तेरे स्वागत में मैया जी, मैंने पलके बिछाई है: भजन

तेरे स्वागत में मैया जी, मैंने पलके बिछाई है, मैंने पलके बिछाई है मैंने पलके बिछाई है, चली आओ मेरी मैया, घड़ी शुभ फिर से आई है, तेरे स्वागत में मईया जी, मैंने पलके बिछाई है ॥