ओढ़े लाल लाल चुनरी सिंह पे सवारी माँ आज आई रे,
देखो माई लगे प्यारी सिंह पे सवारी माँ आज आई रे,
माँ के माथे पे कुम कुम की बिंदियां है सोहे,
गले नीबूवन की माला है माँ ने पिरोये,
ओढ़े लाल लाल चुनरी सिंह पे सवारी माँ आज आई रे ॥
जब जाऊ मैया के दर पे भगति दीप जलाऊ माँ,
नंगे पग से मैं चल आउ तेरा दर्शन पाउ माँ,
ओढ़े लाल लाल चुनरी सिंह पे सवारी माँ आज आई रे ॥
BhaktiBharat Lyrics
कलकत्ते की काली मैया नैया पार लगाओ माँ,
महीयर वाली शारदा माई बिगड़ी मेरी बनाओ माँ,
ओढ़े लाल लाल चुनरी सिंह पे सवारी माँ आज आई रे ॥