ओ मेरे गोपाल कन्हैया, मोहन मुरली वाले: भजन (O Mere Gopal Kanhaiya Mohan Murliwale)


ओ मेरे गोपाल कन्हैया,
मोहन मुरली वाले,
मोहन मुरली वाले,
गोपाल मुरलिया वाले,
ओ मेरे गोपाल कन्हैंया,
मोहन मुरली वाले ॥
कहो कैसे तुझे रिझाऊं रसिया,
गुणवान नहीं धनवान नहीं,
कोई बड़ा जगत में मान नहीं,
फिर कैसे तुम्हे अपनाऊं रसिया,
कहो कैसे तुझे रिझाऊं रसिया ॥

कोई जप तप संयम नियम नहीं,
मेरा गोपियों जैसा प्रेम नहीं,
फिर कैसे तुम्हे रिझाऊं रसिया,
कहो कैसे तुझे रिझाऊं रसिया ॥

कोई गुण का बड़ा भंडार नहीं,
मेरा मीरा जैसा प्यार नहीं,
फिर कैसे तुम्हे मनाऊं रसिया,
कहो कैसे तुझे रिझाऊं रसिया ॥

मेरे भीलनी जैसे बेर नहीं,
तेरे आने में तो देर नहीं,
फिर कैसे भोग लगाऊं रसिया,
कहो कैसे तुझे रिझाऊं रसिया ॥

ओ मेरे गोपाल कन्हैया,
मोहन मुरली वाले,
मोहन मुरली वाले,
गोपाल मुरलिया वाले,
ओ मेरे गोपाल कन्हैंया,
मोहन मुरली वाले ॥
O Mere Gopal Kanhaiya Mohan Murliwale - Read in English
O Mere Gopal Kanhaiya, Mohan Murli Wale, Mohan Murli Wale, Gopal Muraliya Wale, O Mere Gopal Kanhainya, Mohan Murli Wale ॥
Bhajan Shri Krishna BhajanBhrij BhajanBal Krishna BhajanLaddu Gopal BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanShri Shyam BhajanIskcon BhajanPhagun Mela BhajanRadhashtami Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

श्री राम प्यारे अंजनी दुलारे: भजन

श्री राम प्यारे अंजनी दुलारे, सबके सहारे जय महावीरा, श्री राम के सब काज सवारे, श्री राम के सब काज सवारे,
सबके सहारे जय महावीरा, श्री राम प्यारें अंजनी दुलारे, सबके सहारे जय महावीरा ॥

भगवा रंग चढ़ने लगा है - राम मंदिर भजन

मंदिर अब बनने लगा है, भगवा रंग चढ़ने लगा है, मंदिर जब बन जायेगा, सोच नजारा क्या होगा..

राम नाम के दीवाने, पूजे जिनको दुनिया माने: भजन

राम नाम के दीवाने, पूजे जिनको दुनिया माने, सबके संकट मोचन प्यारे हनुमान हैं, ये हैं अंजनी के प्यारे, बाबा लाल लंगोटे वाले,
तेरी महिमा तो सबसे महान है ॥

ऐसा तेरा बल है बजरंग, कोई जान ना पाया है: भजन

ऐसा तेरा बल है बजरंग, कोई जान ना पाया है, हो चाहे कोई काम असंभव, तूने पल में बनाया है, हो चाहे कोई काम असंभव,
तूने पल में बनाया है ॥

बिना लक्ष्मण के है जग सुना सुना: भजन

बिना लक्ष्मण के है जग सुना सुना, मुझे और जीने की चाहत नहीं है, ऐ वीरो मुझे छोड़ के लौट जाओ, ऐ वीरो मुझे छोड़ के लौट जाओ,
कि लंका विजय की जरुरत नहीं है, बिना लक्ष्मण के है जग सुना सुना ॥