नौरता की रात मैया, गरबे रमवा आणो है: भजन (Norta ki Raat Maiya Garba Rambwa Aano Hai)


नौरता की रात मैया,
गरबे रमवा आणो है,
थाने वादों निभाणो है,
नौरता की रात ॥साथी सहेलियां,
मईया जोवे थारी बाट,
मईया जी थाने आवणो,
माथा पे हो टीका,
काना में हो झुमका,
सज ने थाणे आवणो,
नौरता की रात मईया,
गरबे रमवा आणो है,
थाणे वादे निभाणो है,
नौरता की रात ॥

हाथा में हो चुडलो,
पावा में हो पायल,
हो छम छम करती आवणो,
सर पे हो चुनरिया,
लाले हो रंग री,
घुंगटा में थाणे आवणो,
नौरता की रात मईया,
गरबे रमवा आणो है,
थाणे वादों निभाणो है,
नौरता की रात ॥

नौरता की रात मैया,
गरबे रमवा आणो है,
थाने वादों निभाणो है,
नौरता की रात ॥

दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन
Norta ki Raat Maiya Garba Rambwa Aano Hai - Read in English
Naurata Ki Raat Maiya, Garabe Ramava Aano Hai, Thaane Vadon Nibhano Hai, Norta ki Raat ॥
Bhajan Maa Durga BhajanMata BhajanNavratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanShukravar BhajanFriday BhajanAshtami BhajanGupt Navratri BhajanJeen Bhawani BhajanJeen Mata BhajanRajasthani BhajanKuldevi Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

वृंदावन जाने को जी चाहता है - भजन

वृंदावन जाने को जी चाहता है, राधे राधे गाने को जी चाहता है, वृदावन मेरे बांके बिहारी, बांके बिहारी की लीला है न्यारी..

मैं लाडली शेरोवाली की: भजन

उस ऊँचे मंदिरों वाली की, मेरी मैया मेहरो वाली की, मैं लाडली शेरोवाली की, मैं लाड़ली शेरोवाली की ॥

नौरता की रात मैया, गरबे रमवा आणो है: भजन

नौरता की रात मैया, गरबे रमवा आणो है, थाने वादों निभाणो है, नौरता की रात ॥

ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, शारदा माँ का डेरा है: भजन

ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, शारदा माँ का डेरा है, मतलब की दुनिया में, सच्चा प्रेम तेरा है, ऊंचे ऊंचे पर्वत पे, मैया का बसेरा है, मतलब की दुनिया में, सच्चा प्रेम तेरा है ॥

ओ मैया तेरा मुझको, दीदार हो जाए: भजन

ओ मैया तेरा मुझको, दीदार हो जाए, उजड़ा चमन फिर से, मेरा गुलजार हो जाए ॥