नयन भरिके नयन भरिके - गोपी गीत (Nayan Bharike, Nayan Bharike)


नंद के भवनवा से आइले दुई ललनवा
चल देखि आई
नयन भरिके नयन भरिके
नयन भरी भरी के हो
चल देखि आई

छोटे छोटे हथवा मे साजे मुरलिया,
सुंदर सो मोरपंख बाजे पायलिया,

ठुमक-ठुमक चलत देख
आईले दुई रतनवा।
चल देखि आई

गैया चरावे और मुरली बजावे,
मुट्ठी भर भर यो तो माखन भी खावे,

अरे देखी- देखी सबही के तृप्त होला मनवा,
चल देखि आई

वरणी न जाय छवी यशोदा लला की,
चंद्रमा निहारे रूप राधाप्रिया की,

निहरत युगल के, भर आये कुल नयनवा
चल देखि आई
Nayan Bharike, Nayan Bharike - Read in English
Nand ke bhavanwa se aaye do lalanwa, chal dekhi aaye. Nayan bharike, nayan bharike..
Bhajan Shri Krishna BhajanBrij BhajanBaal Krishna BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanLaddu Gopal BhajanRadhashtami BhajanIskcon BhajanGopi BhajanAgam Aggarwal Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को - भजन

जैसे सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को मिल जाये तरुवर की छाया, ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है...

भजन: भरोसा कर तू ईश्वर पर

भरोसा कर तू ईश्वर पर, तुझे धोखा नहीं होगा । यह जीवन बीत जायेगा, तुझे रोना नहीं होगा ॥ कभी सुख है कभी दुख है...

ज्योत से ज्योत जगाते चलो - भजन

ज्योत से ज्योत जगाते चलो, प्रेम की गंगा बहाते चलो, राह में आये जो दीन दुखी, सब को गले से लगते चलो...

तू प्यार का सागर है: भजन

तू प्यार का सागर है, तेरी एक बूँद के प्यासे हम। लौटा जो दिया तूने, चले जायेंगे जहां से हम..

​तोरा मन दर्पण कहलाए - भजन

​तोरा मन दर्पण कहलाए, भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए ...