न मैं धान धरती न धन चाहता हूँ: कामना (Na Dhan Dharti Na Dhan Chahata Hun: Kamana)


न मैं धान धरती न धन चाहता हूँ ।
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ ॥
रहे नाम तेरा वो चाहूं मैं रसना ।
सुने यश तेरा वह श्रवण चाहता हूँ ॥

न मैं धान धरती न धन चाहता हूँ ।
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ ॥

विमल ज्ञान धारा से मस्तिष्क उर्बर ।
व श्रद्धा से भरपूर मन चाहता हूँ ॥

न मैं धान धरती न धन चाहता हूँ ।
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ ॥

करे दिव्य दर्शन तेरा जो निरन्तर ।
वही भाग्यशाली नयन चाहता हूँ ॥

न मैं धान धरती न धन चाहता हूँ ।
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ ॥

नहीं चाहता है मुझे स्वर्ग छवि की ।
मैं केवल तुम्हें प्राण धन ! चाहता हूँ ॥

न मैं धान धरती न धन चाहता हूँ ।
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ ॥

प्रकाश आत्मा में अलौकिक तेरा है ।
परम ज्योति प्रत्येक क्षण चाहता हूँ ॥

न मैं धान धरती न धन चाहता हूँ ।
कृपा का तेरी एक कण चाहता हूँ ॥
Na Dhan Dharti Na Dhan Chahata Hun: Kamana - Read in English
Na Main Dhan Dharti Na Dhan Chahata Hun । Krpa Ka Teri Ek Kan Chahata Hun | Rahe Naam Tera Vo Chahun Main Rasna
Bhajan Arya Samaj BhajanVed BhajanVedic BhajanHawan BhajanYagya BhajanMotivational BhajanMorning BhajanDainik BhajanDaily BhajanPrarthana BhajanVandana BhajanJain BhajanJainism BhajanSchool BhajanInspirational BhajanShanti Dham BhajanGayatri BhajanGayatri Paiwar BhajanKamana BhajanYachana BhajanDevi Chitralekhaji Bhajan

अन्य प्रसिद्ध न मैं धान धरती न धन चाहता हूँ: कामना वीडियो

- Shri Gaurav Krishna Goswamiji

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

हनुमान ने कर दिया काम, चुटकी बजाई करके: भजन

सारे हार गए जोर लगाई करके, हनुमान ने कर दिया काम, चुटकी बजाई करके ॥

जब जब इनके भक्तों पे, कोई संकट आता है: भजन

जब जब इनके भक्तों पे, कोई संकट आता है, मेरा लाल लंगोटे वाला, पल में दौड़ा आता है ॥

बालाजीं मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजीं: भजन

बालाजीं बालाजीं, मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजीं, तेरे चरणों में आया दीवाना जी, बालाजीं बालाजीं, मेरी बिगड़ी बना दो मेरे बालाजी ॥

तोड़ तोड़ मणिया माला, फेक रहे हनुमान: भजन

तोड़ तोड़ मणिया माला, फेक रहे हनुमान, कर दिया विभीषण का पल में, कर दिया विभीषण का पल में,
चूर चूर अभिमान, तोड़ तोड़ मणियाँ माला, फेक रहे हनुमान ॥

मेरे बालाजी महाराज, जयकारा गूंजे गली गली: भजन

मेरे बालाजी महाराज, जयकारा गूंजे गली गली, जयकारा गूंजे गली गली, जयकारा गूंजे गली गली, मेरे बालाजीं महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली ॥