मेरो कान्हा गुलाब को फूल - भजन (Mero Kanha Gulab Ko Phool)


मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥
मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥
कान्हा मेरो नन्द जू को छौना
राधे मेरी बृषभानु लली
किशोरी मेरी कुसुम कली ।

मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥

कान्हा मांगे माखन लौना
राधे भावे मिश्री की डली
किशोरी मेरी कुसुम कली ।

मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥

कान्हा खेले नन्द जो के अंगना
राधे खेले रंगीली गली
किशोरी मेरी कुसुम कली ।

मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥

ब्रिज निधि दर्शन की प्यासी
वो तो भटके गली गली
किशोरी मेरी कुसुम कली ।

मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥
Mero Kanha Gulab Ko Phool - Read in English
Mero Kanha Gulab Ko Phool, Kishori Meri Kusum Kali ॥ Kanha Mero Nand Ju Ko Chhauna
Bhajan Shri Krishna BhajanBrij BhajanBaal Krishna BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanLaddu Gopal BhajanRadhashtami BhajanMridul Shastri Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मेरे घर मईया आई है - भजन

तेरे स्वागत में मैया जी, मैंने पलके बिछाई है, मैंने पलके बिछाई है मैंने पलके बिछाई है, चली आओ मेरी मैया, घड़ी शुभ फिर से आई है, तेरे स्वागत में मईया जी, मैंने पलके बिछाई है ॥

जो भजे हरि को सदा - भजन

जो भजे हरि को सदा, सोहि परम पद पायेगा, देह के माला..

थारे बिन मैया कुण म्हारो है दादी: भजन

थारे बिन मैया कुण म्हारो है, थारे बिण मैया कुण म्हारो है, दादी थारो ही अब सहारो है, दादी थारो ही अब सहारो है ॥

म्हारी दादी जगत सेठाणी: भजन

म्हारी दादी जगत सेठाणी, म्हारो मौज करे परिवार, म्हारी दादी जी, मांग लेवा दादी से जद भी, मांग लेवा दादी से जद भी, पड़े कोई दरकार, म्हारी दादी जी, म्हारी दादी जगत सेठानी, म्हारो मौज करे परिवार, म्हारी दादी जी ॥

आया माँ का संदेशा आज, चलो: भजन

आया माँ का संदेशा आज, चलो माँ के भवन को भक्तों, चलो माँ के भवन को भक्तों, आया मां का संदेशा आज, चलो माँ के भवन को भक्तों ॥