मेरे बालाजी सरकार, के तो रंग निराले - भजन (Mere Balaji Sarkar Ke To Rang Nirale Hai)


मेरे बालाजी सरकार,
के तो रंग निराले,
दया द्रष्टि करते सब पर,
मेहंदीपुर वाले है,
मेरें बालाजी सरकार,
के तो रंग निराले ॥
रूप रंग है लाल लाल है,
कही तू काला काला,
मेहंदीपुर में सजके बैठा,
माँ अंजनी का लाला,
राम नाम की जपते रहते,
हरदम कंठी माला,
दर्शन मात्र से खुल जाता है,
बंद किस्मत का ताला,
लाखो की संख्या में,
आने जाने वाले है,
मेरें बालाजी सरकार,
के तो रंग निराले ॥

बल की कोई नहीं है सीमा,
ऐसे है बलधारी,
भुत प्रेत सब थर थर कांपे,
देख गदा बस भारी,
जिनकी चोखट पे आते,
जाते है सब नर नारी,
संकट मोचन संकट हरते,
जाने दुनिया सारी,
सोने की लंका को स्वयं,
जलाने वाले है,
मेरें बालाजी सरकार,
के तो रंग निराले ॥

बालाजी संग प्रेतराज,
भैरव का दर्शन पाएं,
लड्डू चावल उड़द से,
तीनो देव को भोग लगाएं,
श्रध्दा सुमन चढ़ा के,
अपना मन वांछित फल पाएं,
जिसके चरणों में धर ‘धीरज’,
अपना शीश झुकाएं,
‘अंजलि’ के स्वर में,
सब के सब गाने वाले है,
मेरें बालाजी सरकार,
के तो रंग निराले ॥

मेरे बालाजी सरकार,
के तो रंग निराले,
दया द्रष्टि करते सब पर,
मेहंदीपुर वाले है,
मेरें बालाजी सरकार,
के तो रंग निराले ॥
Mere Balaji Sarkar Ke To Rang Nirale Hai - Read in English
Mere Balaji Sarkar, Ke To Rang Nirale, Daya Drusthi Karte Sab Par, Mehendipur Wale Hai, Mere Balaji Sarkar, Ke To Rang Nirale ॥
Bhajan Hanuman BhajanBalaji BhajanBajrangbali BhajanHanuman Janmotsav BhajanHanuman Jyanti BhajanMangalwar BhajanTuesday BhajanHanuman Path BhajanSundar Kand Path Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

सांवेर की धरती - भजन

सांवेर की धरती हनुमत साजे, चले है इनकी मर्जी, सांवेर की धरती

बात छोटी है सर को हिला दीजिये - भजन

बात छोटी है सर को हिला दीजिये, पाँव अपना प्रभुजी धुला लीजिये, हम है अनपढ़ कोई भूल हो ही गयी

जरा चलके अयोध्या जी में देखों: भजन

जन्मभूमि पे मंदिर बनेगा, जिसके रखवाले बजरंगबली है, अंजनीलाल अपनी गदा से, पापियों को मिटाते मिलेंगे, जरा चलके अयोध्या जी में देखों, राम सरयू नहाते मिलेंगे ॥

जिन पर कृपा राम करे: भजन

राम नाम आधार जिन्हें, वो जल में राह बनाते हैं, जिन पर कृपा राम करें..

अवध में छाई खुशी की बेला: भजन

​अवध में छाई खुशी की बेला, लगा है, अवध पुरी में मेला । चौदह साल वन में बिताएं..